गोपेश्वर पहुंची आराकोट अस्कोट अभियान यात्रा
हिमालय के गांव और विकास को लेकर अनुभव सांझा किए
चमोली(आरएनएस)। आराकोट अस्कोट अभियान यात्रा अपने तेइसवें पड़ाव में बुधवार को गोपेश्वर पहुंची। जहां चिपको आंदोलन की मातृ संस्था दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल गोपेश्वर में अभियान दल ने अनुभव साझा किए। समाज, जल, जीवन और जंगल के इन जीवंत मुद्दों पर लोगों से संवाद किया। अपनी बात करने के साथ ही दल के सदस्यों ने लोगों की बात भी सुनी। गोपेश्वर में जल ने सर्वोदय केंद्र में गोष्ठी आयोजित की। दल का नेतृत्व कर रहे प्रो. शेखर पाठक ने अभियान के बारे में जानकारी दी और कहा कि 1974 में हिमालय और उसके गांवों को जानने के लिए चार युवाओं जिसमें स्वयं वे भी शामिल थे अभियान की शुरूआत की थी। पाठक ने कहा कि अभियान आज समाजसेवियों, छात्रों और शोधार्थियों के साथ ही हर गांव तक व्यापक हो गया है। यात्रा में वे पिछले दस वर्षों में उस क्षेत्र की परिस्थितिकी के साथ ही कृषि और सामाजिक तथा आर्थिक क्षेत्र में क्या-क्या परिवर्तन आया है, सभी का अध्ययन किया जाता है। अभियान में देश विदेश के विभिन्न विश्व-विद्यालयों के शोधार्थी और विशेषज्ञ शामिल है।