गन्ना कोल्हूओं में प्रतिबंधित ईंधन के प्रयोग से ग्रामीण परेशान

रुड़की(आरएनएस)। गन्ना कोल्हूओं में प्रतिबंधित ईंधन के प्रयोग से निकल रहा जहरीला धुआं आसपास के लोगों को परेशान कर रहा है। जिससे क्षेत्रवासियों को गंभीर बीमारियां फेलने का डर सता रहा है। उन्होंने गन्ना कोल्हू संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग शासन प्रशासन से की है। साथ ही समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री को भी एक पत्र प्रेषित किया। कस्बे और आसपास के क्षेत्र में दर्जनों गन्ना कोल्हूओं में पेराई के साथ ही गुड़ उत्पादन का काम भी शुरू हो गया है। जिससे किसानों को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन गन्ना कोल्हूओं में ईंधन के रूप में प्रतिबंधित सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में इन कोल्हूओं से निकल रहा जहरीला धुआं क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। झबरेड़ा निवासी राजपाल सिंह, जयवीर, राजवीर सिंह, चौधरी बिरम सिंह, सुलेमान मलिक, शमशाद अहमद, डॉ. जोध सिंह का कहना है कि क्षेत्र में कोल्हू संचालक ईंधन के रूप में प्रतिबंधित सामग्री का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में कोल्हूओं से निकल रहा जहरीला धुआं गंभीर बीमारियों को न्योता दे रहा है। धुएं की वजह से सुबह के समय यहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि झबरेड़ा, कोटवाल आलमपुर, भक्तोंवाली के आसपास लगे अधिकांश गन्ना कोल्हूओं में प्रतिबंधित ईंधन का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों ने समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री को भी पत्र प्रेषित किया है। क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी सोमपाल सिंह ने कहा कि जल्द ही इनके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।