गैरसैंण को मंडल घोषित करने का निर्णय अव्यवहारिक : डा. इंदिरा हृदयेश
हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार द्वारा गैरसैंण को मंडल घोषित करने का निर्णय अव्यवहारिक है। इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए। क्योंकि, लोगों का आक्रोश भी लगातार बढ़ रहा है। वैसे भी प्राचीन काल से अल्मोड़ा कुमाऊं की धार्मिक एवं सांस्कृतिक परम्पराओं का केन्द्र रहा है। इसलिए इसे कुमाऊं से अलग नहीं किया जाना चाहिए। और आर्थिक संकट से जूझ रहे राज्य में अनावश्यक कमिश्नरी का भार भी गलत है। चार मार्च को गैरसैंण में आयोजित विधानसभा बजट सत्र के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को मंडल घोषित करने की घोषणा कर सबको चौका दिया था। प्रदेश के तीसरे मंडल में गढ़वाल के रुद्रप्रयाग, चमोली व कुमाऊँ के अल्मोड़ा व बागेश्वर जनपद को शामिल किया गया था। हालांकि, इस निर्णय के खिलाफ अल्मोड़ा व बागेश्वर में जनता के खिलाफ नाराजगी लगातार बढऩे लगी। अल्मोड़ा में लोग सडक़ों पर भी उतरे। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि सरकार को इस तरह की घोषणा जनता को भरोसे में लेकर ही करनी चाहिए थी। मगर सरकार ने जनभावनाओं को नजरअंदाज किया। लेकिन अब भी समय नहीं बीता। लिहाजा गैरसैंण को मंडल बनाने के आदेश को वापस लेने में देरी नहीं की जानी चाहिए।