फीस माफ नहीं होने पर 23 सितंबर से फिर आंदोलन की चेतावनी
हल्द्वानी। फीस माफी को लेकर आंदोलनरत रहे पार्षदों ने फीस माफ नहीं होने पर 23 सितंबर से फिर आंदोलन की चेतावनी दी है। साथ ही बच्चों के भविष्य और अभिभावकों की पीड़ा को लेकर आंदोलन कर रहे पार्षदों पर मुकदमा दर्ज करने की कड़े शब्दों में निंदा की है। पार्षदों ने पुलिस प्रशासन से मुकदमा वापस लेने की मांग की है, अन्यथा पुलिस के खिलाफ भी जनआंदोलन की चेतावनी दी है। लोनिवि गेस्ट हाउस में गुरुवार को पार्षदों ने प्रेसवार्ता की। इसमें फीस माफी आंदोलन के संयोजक पार्षद रोहित कुमार ने कहा कि फीस माफी को लेकर चल रहा धरना केवल स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं हुआ है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश द्वारा विधानसभा में इस मुद्दे को उठाए जाने का आश्वासन दिया गया है। अगर सरकार तब भी फीस माफ नहीं करती है तो 23 सितंबर से फिर धरना शुरू किया जाएगा। अन्य पार्षदों ने कहा कि यह हर घर का आंदोलन है। हर परिवार का बच्चा स्कूल में पढ़ता है। वर्तमान समय की स्थिति में फीस की वसूली से हर अभिभावक परेशान है। स्कूल से बच्चों को न निकाल दें, इसके लिए खुलकर नहीं बोल पा रहे हैं। जो लोग अभिभावकों की पीड़ा को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, पुलिस ने उन लोगों पर मुकदमे लगा दिए। यहां तक कि टंकी पर चढ़े रोहित को बचाने वालों पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस खुद तो आई नहीं, जिन्होंने मदद की उन्हें भी फंसा दिया। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने डीएम से मांग की है कि गठित कमेटी में जो भी स्कूल अनियमित फीस लेते हुए दोषी पाए गए हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान मुकुल बल्यूटिया, रूमी वारसी, रईस वारसी गुड्डू, ध्रुव कश्यप, इस्लाम मिकरानी, महेश चंद, धर्मवीर डेविड, शकील अंसारी, तौफीक अहमद आदि मौजूद रहे।