यूपीसीएल ने किया दावा.. यूरोप की तर्ज पर विकसित होगा दून शहर में पॉवर सप्लाई सिस्टम
देहरादून(आरएनएस)। दून शहर में बिजली लाइनों का सप्लाई सिस्टम यूरोप की तर्ज पर विकसित करने का यूपीसीएल की ओर से दावा किया गया। एमडी यूपीसीएल अनिल कुमार ने दावा किया कि बिजली लाइनों के अंडरग्राउंड होने के बाद दून में भी यूरोप की तर्ज पर बिजली लाइनों का नेटवर्क विकसित हो जाएगा। एमडी अनिल कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से एडीबी से बिजली लाइनों को अंडरग्राउंड किए जाने का प्रोजेक्ट आज धरातल पर उतरने जा रहा है। देहरादून शहर की प्रमुख सड़कों में बिजली लाइनों को अंडरग्राउंड किए जाने का काम शुरू हो गया है। हर दिन की प्रगति का ब्यौरा अपडेट रखा जा रहा है। मौके पर होने वाले कार्यों का साइट निरीक्षण भी हो रहा है। पहले चरण के कार्य के लिए निदेशक परिचालन की देखरेख में शहर को तीन लॉट में बांटा गया है। लॉट वन में देहरादून सेंटर, उत्तर डिवीजन, लॉट दो में दक्षिण डिवीजन, लॉट तीन में रायपुर, मोहनपुर के क्षेत्रों को लिया गया है। सभी लॉट के क्षेत्रीय दलों द्वारा सर्वे एवं संयुक्त सर्वे का काम पूरा करने के बाद रोड कटिंग की मंजूरी लेकर लाइनों को अंडर ग्राउंड किए जाने का काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
यहां होंगी बिजली लाइनें अंडरग्राउंड: रामाडा होटल से बल्लुपुर चौक, ट्रांसपोर्ट नगर चौक, लक्खीबाग से ग्राफिक एरा चौक, कमला पैलेस से निरंजनपुर चौक, शिमला बाईपास से सैंट जूड चौक, विधानसभा, कैलाश अस्पताल, कोरेनेशन अस्पताल, बसन्त विहार, रिस्पना
चौड़ी हो जाएंगी सड़कें : एमडी अनिल कुमार ने बताया कि बिजली लाइनों को अंडर ग्राउंड किए जाने का काम तेजी से पूरा किया जाएगा। हर दिन काम पूरा होने के बाद गड्ढों, नाली की नियमित भरान किया जाएगा। बिजली लाइनों के अंडर ग्राउंड होने से सड़कें चौड़ी हो जाएंगी।
रखरखाव का खर्चा होगा काम : लाइनों के अंडर ग्राउंड होने से रखरखाव का खर्चा कम हो जाएगा। तेज हवा, बारिश, पेड़ की टहनियां गिरने से सप्लाई बाधित नहीं होगी। लाइन लॉस कम होगा। दुर्घटना का खतरा कम होगा। करंट लगने की घटनाओं में कमी आएगी।