डॉ० प्रभाकर जोशी ‘विज्ञान शिक्षा प्रसार सम्मान 2022-23’ से सम्मानित

अल्मोड़ा। शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा से अग्रणी रहे अल्मोड़ा जनपद को एक बार फिर से गौरवान्वित होने का अवसर प्राप्त हुआ है। अल्मोड़ा जनपद के हवालबाग ब्लॉक में स्थित राoइoकाo स्यालीधार में प्रवक्ता जीव विज्ञान के पद पर कार्यरत डॉo प्रभाकर जोशी को उत्तराखण्ड साइंस एंड एजुकेशन एंड रिसर्च सेन्टर, उत्तराखंड सरकार के प्रतिष्ठित “विज्ञान शिक्षा प्रसार सम्मान 2022-23” से सम्मानित किया गया है। आज आई आर टी डी हॉल, सर्वे ऑफ इंडिया, देहरादून में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा उन्हें ये सम्मान प्रदान किया गया। पुरस्कार में शाल, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं 11 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई।

समारोह में विशेष अतिथि कैबिनेट मंत्री (शिक्षा) डॉ० धन सिंह रावत, खजान दास, सचिव सूचना एवं प्रौद्योगिकी उत्तराखंड शासन शैलेश बगौली, यूसर्क की निदेशिका प्रोफेसर डॉ० अनीता रावत, अध्यक्ष, बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग डॉ० गीता खन्ना, प्रतिष्ठित शिक्षाविद व उद्योगपति इं० राकेश ओबेरॉय, डॉ० बृज मोहन शर्मा, प्रोफेसर आर०सी० शर्मा, प्रोफेसर डी०के० सिंह, डॉ० ओ०पी० नौटियाल, डॉ० मंजू सुंदरियाल, डॉ० एन० एस० राणा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

डॉ० जोशी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2020 में उत्तराखंड राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं तथा नवाचारी शिक्षा में अभिनव प्रयोगों हेतु जाने जाते हैं।
मूल रूप से ग्राम चौड़ा (सोमेश्वर) के स्थाई निवासी डॉo जोशी वर्तमान में अल्मोड़ा नगर के रानीधारा मोहल्ले में रहते हैं।
आप विगत कई वर्षों से विभिन्न छात्र केंद्रित वैज्ञानिक शैक्षिक गतिविधियों में स्वयं व विद्यार्थियों सहित कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्तराखण्ड राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। विगत वर्षों में आप अल्मोड़ा जिले के विभिन्न शिक्षकों को विज्ञान विषय के अतिरिक्त आई०सी०टी० प्रशिक्षण दे चुके हैं। राष्ट्रीय आई०सी०टी० अवार्ड 2015, 2017 व 2020 में एन०सी०ई०आर०टी० में प्रदेश का नेतृत्व कर चुके हैं।

कुमाऊँ विश्वविद्यालय से वनस्पति विज्ञान में डॉक्टरेट डॉ० जोशी ने वर्ष 2003 में केंद्रीय विद्यालय, रानीखेत से अपनी अध्यापन यात्रा आरम्भ की। वर्ष 2016 तक आपने लमगड़ा विकासखंड के दुर्गम श्रेणी विद्यालय रा०इ०का० कनरा में 13 वर्ष अपनी सेवाएं दी। एक बेहतरीन मार्गदर्शक शिक्षक के रूप में राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, विज्ञान प्रदर्शनी आदि कई प्रतियोगिताओं में आपके मार्गदर्शन में कई छात्र छात्राओं द्वारा राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर सफलतापूर्वक प्रतिभाग किया जा चुका है। राष्ट्रीय स्तर पर आपके कई शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। स्वयं के प्रयासों से आपके द्वारा विद्यालय में कई भौतिक संसाधन, पुस्तकें आदि उपलब्ध कराए गए हैं। कोरोना संक्रमण काल के समय आपके द्वारा विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से किये गए शिक्षण कार्य की विभिन्न मंचों पर सराहना व प्रशंसा की गई। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद डॉ० जोशी ने कहा जिस तीव्र गति से देश के सामाजिक, राजनैतिक व आर्थिक परिदृश्य में बदलाव आ रहा है उसे देखते हुए यह अति आवश्यक हो जाता है कि हम शिक्षक देश की शिक्षा प्रणाली की पृष्ठभूमि, उद्‌देश्य, चुनौतियों व संकट पर गहन अवलोकन कर नवाचारी शैक्षिक परिवर्तनों को शीघ्रातिशीघ्र आत्मसात करने का प्रयास करें।

डॉo प्रभाकर जोशी ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने स्व० माता-पिता, अपने समस्त छात्र छात्राओं व समस्त नवाचारी शिक्षक समुदाय को दिया है।
डॉ० प्रभाकर जोशी की इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी अल्मोड़ा वंदना सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा सुभाष चंद्र भट्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सत्यनारायण, खंड शिक्षा अधिकारी हवालबाग पी०एस० जंगपांगी, विद्यालय के प्रधानाचार्य उमेश चंद्र पांडे, समस्त विद्यालय परिवार के शिक्षक कर्मचारियों के अतिरिक्त कई शिक्षाविदों नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, डायट प्रवक्ता डॉ० बी०सी० पांडे, डॉ० गोपाल सिंह गैड़ा, जे०पी० तिवारी, जिला विज्ञान समन्वयक विनोद कुमार राठौर, राजकीय शिक्षक संघ अल्मोड़ा के विभिन्न पदाधिकारियों आदि ने प्रसन्नता व्यक्त कर शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।