डीडीहाट की जगह धारचूला, मुनस्यारी को मिलाकर बनाएं सीमांत जिला

पिथौरागढ़। पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से डीडीहाट की जगह धारचूला, मुनस्यारी को मिलाकर सीमांत जिला बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर सरकार ने डीडीहाट को जिला घोषित किया तो वह मुनस्यारी और धारचूला ब्लॉकों को उसमें शामिल नहीं होने देंगे। सोमवार को त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगत मर्तोलिया ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। मर्तोलिया का कहना है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश में नए जनपदों की सुगबुगाहट तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों मुनस्यारी, धारचूला क्षेत्र पंचायतों की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अगर डीडीहाट जनपद बना तो धारचूला, मुनस्यारी को उसमें शामिल न किया जाए। इस संबंध में प्रस्ताव भी पारित किया गया है। कहा कि चीन सीमा से लगे धारचूला-मुनस्यारी को मिलाकर सीमांत जिला बनाने के प्रस्ताव पर पहले अमल किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय से 215 किमी दूर स्थित इस सीमा क्षेत्र को जिले का दर्जा मिलना चाहिए। डीडीहाट जिले से वर्तमान जिला मुख्यालय मात्र दो घंटे में पहुंच सकते हैं। जबकि सीमांत क्षेत्र से आज भी मिलम गांव के नागरिक दो दिन की 67 किमी पैदल फिर सात घंटे वाहन से यात्रा कर जिला मुख्यालय पहुंचते हैं।


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