धूमधाम से मनाई स्व० हेमवती नंदन बहुगुणा की 104वीं जयंती
बहुगुणा ने समाज और राष्ट्र के लिए किया जीवन समर्पित: प्रो. नौटियाल
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में जन-नायक हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा की 104वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर प्रशासनिक भवन परिसर स्थित बहुगुणा की मूर्ति पर कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने पुष्पाजंलि अर्पित की। साथ ही बिड़ला परिसर में बहुगुणा के जीवन यात्रा को रेखांकित करती हुई एक चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपित प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा ने समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। पर्वतीय क्षेत्र के छोटे से गांव से लेकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और स्वतन्त्रता के बाद राजनीति में उन्होंने अभूतपूर्व सफलताएं हासिल की।
मुख्य वक्ता प्रो. उमा मैठाणी ने उनके व्यक्तित्व, सरल, सौम्य, उदार, ईमानदार चरित्र से जुड़ी विशिष्ट घटनाओं के आधार पर उनके सम्मपूर्ण जीवन की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि जब वे, देश की राजनीति में उच्च पदों पर पहुंच चुके थे तब भी वे गांव और पहाड़ के प्रति चितिंत रहते थे और उन्होंने उतराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थान खोलने में अहम योगदान दिया। बहुगुणा के समकालीन व सेवानिवृत्त शिक्षक अनुसूया प्रसाद उनियाल ने गांव और स्कूल के किस्से कहानियों के माध्यम से बहुगुणा के जीवन के पहलूओं को श्रोताओं के सम्मुख रखा। उन्होंने कहा कि बहुगुणा गांव के प्रत्येक व्यक्ति से जुड़े रहते थे व राजनीति में जनता के प्रति सदैव समर्पित रहते थे। कार्यक्रम के संयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी ने विवि के लिए आज के विशेष दिन का विशेष महत्व बताया। संचालन डॉ. नरेश राणा ने किया व डॉ. आशुतोष गुप्त ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सुशीला उनियाल, प्रो. मंजुला राणा, प्रो .हिमाशु बोड़ाई, प्रो वाईपी रैवानी, प्रो. वीसी शर्मा, प्रो. आरसी सुन्दरियाल, प्रो. अनिल कुमार नौटियाल, प्रो. मोनिका गुप्ता, प्रो. बीपी नैथानी, प्रो. दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।