
श्रीनगर गढ़वाल। धारी देवी मंदिर में चढ़ावे की घंटियां नीलाम किए जाने को लेकर भैरव सेना देवभूमि भैरव वाहिनी ने विरोध जताया है। भैरव वाहिनी के सदस्यों ने कहा कि आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं द्वारा भेंट की गई घंटियों को नीलाम किया जा रहा है जो कि सनातनी धार्मिक आस्थाओं के विरूद्ध है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले को लेकर भैरव वाहिनी ने धारी देवी मंदिर के समीप नारेबाजी भी की। मौके पर पहुंचे तहसीलदार श्रेष्ठ गुनसोला को दिए ज्ञापन में भैरव वाहिनी के सदस्यों ने कहा कि मां धारी देवी का मंदिर किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है बल्कि पूरे उत्तराखंड सहित विश्व की आध्यात्मिक धरोहर है। कहा मंदिर समिति मंदिर में चढ़ावे की घंटियों को नीलाम करने का तुगलगी फरमान निकाल रही है। जिस पर प्रशासन तत्काल हस्तक्षेप करे। जिससे आगे भी मंदिर समिति द्वारा मां धारी देवी के स्मृति चिन्ह अथवा घंटियों सहित अन्य धार्मिक धरोहरों को नीलाम करने का दुस्साहस न कर सके। कहा यदि इस मामले में उचित कार्यवाही नहीं होती है तो मां धारी देवी की धार्मिक धरोहर तथा अस्मिता बचाने के लिए संगठन को उत्तराखंड समाज का नेतृत्व करते हुए सड़कों पर उग्र प्रदर्शन करने को विवश होना पड़ेगा। मौके पर भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री, राज्य अध्यक्ष सागर कुमार, संजय सिंह पंवार, करन शर्मा, गुरु ओगेन्द्र नाथ महामंडलेश्वर, सतपाल नाथ, वीरेंद्र नाथ, विशाल नाथ, साध्वी गीता माता, दिनेश धीमन, अरुण बुटोला, प्रदीप, जितेंद्र सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।