देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ ने भेदभाव का लगाया आरोप

अल्मोड़ा। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ ने के प्रदेश महामंत्री राजपाल पवार ने कहा कि पर्यावरण मित्रों द्वारा मां नन्दा देवी मेले के दौरान संपूर्ण शहर की सफाई व्यवस्था व मन्दिर प्रांगण व मेला क्षेत्र को सुंदर बनाए रखने हेतु सफाई में सहयोग प्रदान किया जाता है। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री राजपाल पवार ने दुख के साथ खेद जताते हुए कहा कि माँ नन्दा देवी मेले को देखते हुए अपने शहर को सुंदर बनाए रखने हेतु प्रत्येक वर्ष नगरपालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारी व पर्यावरण पर्यवेक्षक अपनी अहम भूमिका निभाते हैं और अपने अधिकारियों के दिये गये आदेशों का भी पालन करते हुए सफाई व्यवस्था में लगे रहते हैं। किन्तु वर्षा हो या तेज गर्मी सफाई कर्मचारियों के बैठने हेतु व उपकरणों तथा कीटनाशक आदि रखने हेतु मेला समिति व नगर पालिका प्रशासन द्वारा कोई भी स्थान चयनित नहीं किया जाता है जबकि, आम जनता व दुकानों द्वारा काफी मात्रा में फैलाई जा रही गंदगी को प्रतिदिन प्रातः 5 बजे से सायं 7 बजे तक साफ करने में लगे रहते हैं। तेज वर्षा में सफाई व्यवस्था में लगे कर्मचारी इधर उधर खड़े होते हैं तो वहां से उन्हें हटा दिया जाता है। यदि किसी दुकान में बैठते हैं तो वहां से भी भगा दिया जाता है। मंदिर परिसर में कई जगह टिन शेड हैं पर वहां पर से भी समिति के पदाधिकारियों व पंडित के द्वारा उन्हें हटाकर ताला लगा दिया जाता है। जबकि अन्य विभागों के लिए पहले से ही व्यवस्था की जाती है। मेले में अहम भूमिका निभाने वाले सफाई कर्मचारियों के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है जिसका देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ विरोध करता है। उन्होंने साथ ही कहा कि नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा में कार्यरत कर्मचारियों को अभी तक अगस्त का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। संघ द्वारा मांग की गई थी कि मेले पर्व को देखते हुए वेतन भुगतान किया जाय किन्तु प्रशासन नगर पालिका द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने पालिका से अति शीघ्र वेतन भुगतान की मांग की है।

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