दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा, कई उड़ानें प्रभावित; स्कूल ऑनलाइन हुए

नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर सोमवार को खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 से ऊपर दर्ज किया गया है।वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में कक्षा 9 तक के सभी स्कूल ऑनलाइन कर दिए गए हैं। कक्षा 10 से 12 तक की कक्षाएं चलती रहेंगी।इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कई उड़ानें घने कोहरे के कारण प्रभावित हुई हैं। स्पाइसजेट और इंडिगो ने चेतावनी जारी की है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली के करीब 32 इलाकों में एक्यूआई लाल श्रेणी में दर्ज किया गया है।दिल्ली के द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई 499, नेहरू नगर में एक्यूआई 494, पंजाबी बाग में 493, रोहिणी में 491, हवाई अड्डे पर 494, मुंडका में 495, अशोक विहार में 495, नजफगढ़ में 493, मंदिर मार्ग में 486, आनंद विहार में 487 और जहांगीरपुर में 484 दर्ज किया गया है।अन्य इलाकों में भी एक्यूआई 450 से ऊपर है।
दिल्ली के आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की बात करें तो नोएडा और फरीदाबाद में एक्यूआई अभी बहुत खराब स्तर पर है। यह गंभीर नहीं हुई है। नोएडा में एक्यूआई 384 और फरीदाबाद में एक्यूआई 320 दर्ज किया गया है।गाजियाबाद और गुरूग्राम में हवा की गुणवत्ता बिगडक़र गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। गाजियाबाद में एक्यूआई 400 और गुरूग्राम में एक्यूआई 446 दर्ज की गई है।प्रदूषण का कारण वाहनों का धुआं और पराली बताया जा रहा है।
दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चौथे चरण की पाबंदियों में आवश्यक सेवाओं को छोडक़र बीएस-3 वाले पेट्रोल वाहनों और बी एस-4 के डीजल वाहनों के दिल्ली- एनसीआर में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।इनमें बाहरी राज्यों में पंजीकृत वाहन भी शामिल हैं। हाईवे, सडक़, फ्लाईओवर, बिजली लाइनों, पाइपलाइनों और अन्य सार्वजनिक परियोजनाओं सहित सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक रहेगी।दिल्ली के बाहर पंजीकृत हल्के वाणिज्यिक वाहनों के भी प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा और जीआरएपी-3 की पाबंदियां जारी रहेंगी।
प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने अभी कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश नहीं दिया है, लेकिन उसने दिल्ली सरकार को सुझाव दिया है कि वह सरकारी, नगर निगम और निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की अनुमति दे।इसी तरह राज्य सरकार कॉलेजों को भी बंद कर सकती है और सडक़ों पर वाहनों के लिए सम-विषम लागू कर सकती है।