
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर सोमवार शाम हुए भीषण धमाके से पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने अब तक 10 लोगों की मौत और करीब 30 के घायल होने की पुष्टि की है। घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना शाम करीब 6 बजकर 50 मिनट पर हुई, जब स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास पार्किंग में खड़ी एक कार में अचानक विस्फोट हुआ। धमाका इतना तेज था कि उसकी चपेट में आसपास खड़ी तीन अन्य गाड़ियां भी आ गईं और उनमें आग लग गई। तेज आवाज से आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए और इलाके में भगदड़ मच गई।
धमाके की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, अग्निशमन विभाग और एंबुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। दमकल की आठ गाड़ियों ने आग पर काबू पाने का काम शुरू किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमें भी मौके पर पहुंची हैं और जांच में जुट गई हैं। फिलहाल मेट्रो स्टेशन के मुख्य द्वारों को बंद कर यात्रियों की आवाजाही सीमित कर दी गई है।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “मैं अपनी दुकान में बैठा था कि अचानक जोरदार धमाका हुआ। पूरा इलाका धुएं से भर गया और लोग इधर-उधर भागने लगे।”
फरीदाबाद में हाल ही में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने की पृष्ठभूमि में सुरक्षा एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं। पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। अभी तक किसी संगठन ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। दिल्ली के साथ-साथ मुंबई और उत्तर प्रदेश में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
यह धमाका राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है और संकेत देता है कि सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क रहने की जरूरत है। जांच एजेंसियां अब हर पहलू से इस घटना की तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हैं।






