दधोऊ की महिलाओं ने चूड़ेश्वर महाराज को देव पालकी भेंट की

विकासनगर। कालसी ब्लॉक के दधोऊ गांव की विवाहित और अविवाहित महिलाओं ने चूड़ेश्वर महाराज के मंदिर में चांदी की पालकी भेंट की। महिलाओं ने पूजा अर्चना कर अपने परिवार की खुशहाली की मन्नतें मांगीं। जौनसार बावर मुख्य रूप से पूजे जाने वाले महासू देवता, शिलगूर, बिजट देवता, कयलू महाराज आदि के अनेकों मंदिर हैं। इन मंदिरों में चांदी की छडी, देव डोरिया, चांदी के ढोल, पालकी आदि भेंट स्वरुप चढ़ाए जाने की परंपरा रही है। इसी परंपरा के तहत कालसी ब्लॉक के दधोऊ गांव की विवाहित व अविवाहित महिलाओं ने चूडेश्वर महाराज की चांदी से निर्मित देव पालकी अपने ईष्ट देव मंदिर शिलगुर बिजट महाराज पंजिया भेंट की।
नव निर्मित देव पालकी को शनिवार सुबह स्नान के लिए यमुना में ले जाया गया। स्नान कराने के बाद कालसी, होते हुए देव पालकी पंजिया पहुंची। कालसी बाजार में सेंकड़ों श्रद्धालुओं ने देव-दर्शन किए। पंजिया पहुंचने पर पालकी पर पुष्प वर्षा की गई। महाराज के जय कारों से पूरा गांव गूंज उठा। शिलगूर बिजट महाराज मंदिर पंजिया में चूड़ेश्वर महाराज की पालकी पहुंचने पर खत बाना और दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने महाराज के दर्शन कि आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान देवता के वजीर टीकम सिंह चौहान, देव भंडारी दीवान सिंह, देव माली कुंदन सिंह, श्याम सिंह, रणवीर सिंह, आनंद सिंह, दिनेश चौहान आदि मौजूद रहे।