कोरोना संक्रमण के बीच डिग्री कॉलेजों में पढ़ाई जारी रखने के पक्ष में सरकार

हालात बिगड़े तो कॉलेज प्राचार्य इस पर निर्णय लेने को अधिकृत होंगे

देहरादून। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद करने के बावजूद, फिलहाल सरकार डिग्री कॉलेजों में पढ़ाई जारी रखने के पक्ष में है। यदि हालात बिगड़े तो कॉलेज प्राचार्य इस पर निर्णय लेने को अधिकृत होंगे। कोविड के कारण बंद उच्च शिक्षण संस्थान मार्च में ही पूरी तरह नियमित कक्षाओं के लिए खुल पाए हैं। इससे पहले नवंबर से फरवरी तक छात्रों को सिर्फ प्रैक्टिकल के लिए ही कॉलेज आने की अनुमति थी। इस बीच कई जगह हॉस्टल में संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं। साथ ही उत्तराखंड सहित देश के कई राज्यों में कोविड संक्रमण की रफ्तार भी बढऩे लगी है। इधर, शुक्रवार को राज्य कैबिनेट ने नए हालात में बोर्ड कक्षाओं को छोडक़र शेष स्कूल 30 अप्रैल तक बंद करने का निर्णय लिया है। इससे उच्च शिक्षण संस्थानों को भी बंद करने के कयास लग रहे थे, लेकिन फिलहाल विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि कॉलेजों में ऑफलाइन पढ़ाई ही जारी रहेगी। दरअसल पहाड़ों में ऑनलाइन पढ़ाई का प्रयोग बहुत सफल नहीं रहा, इसलिए सरकार ऑफलाइन मोड पर ज्यादा जोर दे रही है।
अलबत्ता यदि कहीं संक्रमण ज्यादा बढ़ा तो कॉलेज प्राचार्यों को कॉलेज बंद करने के लिए अधिकृत किया जा सकता है। इस बारे में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन ने बताया कि हम हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल तो कॉलेजों में नियमित पढ़ाई चल रही है। आगे जो हालात बनेंगे उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को लेकर सरकार ने कंटेंनमेंट जोन में शत-प्रतिशत कोरोना जांच के आदेश दिए हैं।

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