हल्द्वानी। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ढेला रेंज में गश्त के दौरान रविवार को एक बाघ मृत मिला। इससे वन कर्मियों में हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर राहुल, डिप्टी डायरेक्टर कल्याणी, एसडीओ कुन्दन सिंह खाती, रेंजर संदीप गिरी और वन्यजीव चिकिसक डॉक्टर दुष्यंत कुमार ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। पशु चिकित्सक दुष्यंत कुमार ने पोस्टमार्टम कर बाघ के शव को नष्ट किया। प्रथमदृष्ट्या बाघ की मौत आपसी संघर्ष में होना प्रतीत हो रहा है। ढेला रेंजर संदीप गिरी ने बताया कि रविवार को सुबह के समय वन कर्मी गश्त कर रहे थे। इसी दौरान ढेला पश्चिमी बीट कंपार्टमेंट नंबर 2 में झाडिय़ों में एक बाघ मृत मिला। वनकर्मियों की सूचना पर मौके पर निरीक्षण किया गया। बाघ की मौत 5-6 दिन पहले हुई होगी, क्योंकि उसका शव सड़ चुका था। बाघ के शरीर पर चोट के निशान दिखाई दे रहे थे। इससे प्रतीत होता है कि आपसी संघर्ष में उसकी जान गई होगी। बाघ वयस्क था और नर या फिर मादा कोई जानकारी नहीं हो पाई, क्योंकि शव काफी सड़ चुका था। पोस्टमार्टम के बाद शव को नष्ट कर दिया गया है।

Posted inनैनीताल