सीएम को ज्ञापन भेज गरुड़ आईटीआई को पुन: खोलने की मांग

बागेश्वर। गरुड़ की आईटीआई को पुन: खोले जाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री बालकृष्ण ने नायब तहसीलदार तितिक्षा जोशी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा कि गरुड़ क्षेत्र पहले से ही तकनीकी शिक्षा में पिछड़ा है। यहां के गरीब बच्चे अपने घरों से पैदल जाकर जैसे-तैसे आईटीआई कर रहे थे। उनके गरीब माता-पिता तकनीकी शिक्षा लेने के बाद बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के सपने देख रहे थे। लेकिन गरुड़ आईटीआई बंद होने से उनके सपने टूट गए हैं और गरीब बच्चे तकनीकी शिक्षा से वंचित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण पहले लाकडाउन हुआ। जिससे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो गया। आईटीआई करने वाले छात्र भी इससे प्रभावित हो गए। इसके अलावा अब जरूरी सुविधाएं नहीं होने से वे आहत हैं। उन्होंने कहा कि आईटीआई के बाद छात्र आत्मनिर्भर बनते हैं और उन्हें स्वरोजगार करने का मौका भी मिलता है। नौकरियां देने में सरकार फिसड्डी साबित हुई है। यदि आईटीआई में भी सुचारू पठन-पाठन नहीं हुआ तो छात्रों का भविष्य दांव पर होगा। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष लोकमणि पाठक ने कहा कि वे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि आईटीआई कांग्रेस की देन है और उन्हें सुव्यवस्थित करने के लिए संघर्ष भी किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तीन माह के भीतर सरकार ने शीघ्र गरुड़ की बंद आईटीआई को नहीं खोला तो वे जनता को साथ लेकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष लोकमणि पाठक, ब्लाक अध्यक्ष लक्ष्मण आर्या, राजा पांडेय, बहादुर बिष्ट, महेश पंत, प्रकाश उपाध्याय, महेश कुमार, ईश्वर पांडे, अर्जुन देव आदि मौजूद थे।


Exit mobile version