चुंबकीय पदार्थो के इतिहास की दी जानकारी

पौड़ी(आरएनएस)।   राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, थलीसैंण में उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) और भौतिक विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के प्रथम सत्र में डा. सौरभ रावत ने अपने द्वारा विकसित गैस सेंसिंग डिवाइस के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया। उन्होंने अपनी गैस सेंसिंग डिवाइस की कार्य प्रणाली एवं भविष्य में इसके व्यावसायिक उपयोगों में बढ़ते महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत के सहायक अध्यापक डा. शीतल चौहान ने चुम्बकीय पदार्थो के इतिहास, मानव जीवन में इनके महत्व पर प्रकाश डाला। रिसर्च साइंटिस्ट यूनिवर्सिटी अर्कनसास यूएसए डा. मितेश सिंह ने ऑनलाइन माध्यम से लिथियम आयन से जुड़े आयामों पर विभिन्न शोधों के बारे में बताते हुए इसे भविष्य का ईंधन बताते हुए इसे हरित क्रांति का नाम दिया। द्वितीय सत्र में दून विश्वविद्यालय की छात्रा भावना नेगी ने सोलर सेल, शोध छात्रा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत से आशा उप्रेती ने सुपरकंडक्टिविटी, मैगनटिस्म स्पिनट्रोनिक्स एवं शोध छात्र यूसर्क संदीप सिंह ने रेडियोधर्मी पदार्थ रेडॉन पर ओरल प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की। इसमें संदीप सिंह ने सर्वश्रेष्ठ पुरुस्कार प्राप्त किया। छात्र-छात्राओं द्वारा सेमिनार से जुड़े विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग किया गया। जिसमें कशिश पोखरियाल ने सर्वश्रेष्ठ पुरुस्कार प्राप्त किया। इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य डा. छाया सिंह ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक डा. सुधीर सिंह रावत, कशिश पोखरियाल, अजय रावत आदि शामिल रहे।

error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version