छठ पर्व पर यहाँ रहा था प्रशासन का विशेष पहरा

ऋषिकेश। कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार ने नदी नाले और तालाब में सार्वजनिक पूजा पर रोक लगाई थी। इसको लेकर प्रशासन और पुलिस भी सर्तक थी। पुलिस ने श्रद्धालुओं को त्रिवेणीघाट तक पहुंचने से रोका, लेकिन पहरे के बावजूद काफी संख्या में श्रद्धालु घाट पर पहुंचे। त्रिवेणीघाट के मुख्यद्वार पुलिस के पहरे के बाद भी श्रद्धालु दूसरे रास्तों से त्रिवेणीघाट पहुंच गए। सूर्य के डूबने से पहले घाट पर काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। पक्के घाट के समानांतर वैकल्पिक धारा और मुख्य धारा के बीच बने टापू तक श्रद्धालु नहीं पहुंच पाए। पुलिस प्रशासन की सख्ती के चलते यह टापू इस वर्ष छठ पूजा से वंचित रहा।

असमंजस की स्थिति रही: सार्वजनिक स्थान पवित्र नदी के किनार छठ पूजा पर रोक लगाए जाने के बाद श्रद्धालुओं में असमंजस की स्थिति रही। श्रद्धालु अपने लोक पर्व छठ को मनाने के लिए चिंतित दिखे। श्रद्धालुओं का कहना था कि छठ पर्व में व्रतियां जल के भीतर खड़े होकर ही भगवान सूर्य की उपासना करती है। असमंजस के चलते कई लोग घरों में ही छठ मनाने को मजबूर हुए। पुलिस ने जिन श्रद्धालुओं को घाट से वापस लौटाया उन्होंने प्रशासन को जमकर कोसा। सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन का पालन करने के लिए लोगों को घाट पर जाने से रोका गया। घाट पर जगह-जगह पुलिस कर्मियों को तैनात किया। लोग कैसे घाट पहुंच गए इसका संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाएगी।

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