चंद्रभागा नदी में सीवर का पानी छोड़े जाने पर जताया आक्रोश
ऋषिकेश। मायाकुंड वासियों ने निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा पेयजल निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चंद्रभागा नदी में सीवर का पानी छोड़े जाने पर आक्रोश जताया। चेतावनी दी कि जल्द ही एसटीपी प्लांट से बहने वाले गंदे पानी को रोका नहीं गया तो आंदोलन किया जाएगा। मंगलवार को डीजीबीआर रोड स्थित निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा पेयजल निगम कार्यालय में मायाकुंड क्षेत्र के लोग पहुंचे। वहां लोगों ने नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष राम कृपाल गौतम के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। इसके बाद परियोजना उप प्रबन्धक राजेन्द्र सिंह व एई दीपक वत्स को ज्ञापन सौंपा। रामकृपाल गौतम ने कहा कि बीते दो माह से ढालवाला स्थित सीवर पंपिंग स्टेशन से चंद्रभागा नदी में गंदा पानी छोड़ा जा रहा है। यह गंदा पानी सीधा गंगा में जाकर मिल रहा है। इसके अलावा चंद्रभागा नदी के किनारे मायाकुंड और चंद्रेश्वरनगर के लोगों के घरों में लगे हैडपंपों में भी गंदा पानी आ रहा है। यहां रह रहे लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। इससे क्षेत्र में बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। इतना ही नहीं चंद्रभागा नदी बरसाती नदी है जो कुछ दिनों से सुखी हुई है। यहां से शीशमझाड़ी, चंद्रेश्वरनगर आदि क्षेत्रों के आम लोग व स्कूली बच्चे पैदल रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन चंद्रभागा नदी में गंदा पानी लगातार बहने की वजह से यह रास्ता भी बंद हो गया है। इससे क्षेत्रवासी परेशान हैं। बीते एक माह से विभाग से लगातार शिकायत की जा रही है, लेकिन विभागीय अधिकारी प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत संचालित तमाम योजनाओं को पतीला लगा रहे हैं और गंगा में पहुंच रहे सीवर के पानी को रोक नहीं रहे हैं। उन्होंने चेताया कि अगर जल्द ही सीवर के गंदे पानी को चंद्रभागा नदी में गिरने से रोका नहीं गया तो आंदोलन किया जाएगा। मौके पर फुटकर फल एवं सब्जी विक्रेता यूनियन अध्यक्ष राजू गुप्ता, अमित चौधरी, अनूप गुप्ता, अमित कुमार, अजय दास, ऋषि, राम प्रसाद साहनी, राजेश तरफदार, कुनकुन साहनी, रजत दास, चन्द्रकला, राजीव बर्थवाल, दिनेश कुमार, नारायण मण्डल, संतोष शाह, हरिदास, शुभाष विश्वास, हराधन, गोपाल राजपूत आदि मौजूद रहे।