चकराता में बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि

विकासनगर। सुबह से चकराता क्षेत्र में चटख धूप खिली रही। लेकिन दोपहर तीन बजे बाद एकाएक मौसम ने करवट बदली। आसमान में घने काले बादल छाने लगे और देखते ही देखते क्षेत्र में बारिश होने लगी। कुछ देर बाद ओलावृष्टि का दौर शुरू हुआ काफी देर तक पड़े मोटे ओलों की परत सड़क सहित चारों ओर जम गई। जिससे चकराता व आसपस के इलाकों में सर्दी भी बढ़ गयी। अचानक हुई भारी ओलावृष्टि से खेती व बागवानी को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उधर, विकासनगर में आंधी के साथ हुई बूंदाबांदी हुई। आंधी तूफान के साथ बूंदाबांदी होने से खेतों में काटी गई गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। दोपहर बाद अचानक बदले मौसम के बाद आसमान में घने काले बादल मंडराने लगे। देखते ही देखते भारी बारिश के साथ चकराता व आसपास के गांवों लोहारी, लोखंडी, मुंगाड, जाड़ी, सिजला, कोटी, कनासर, मोहना, सुजऊ, रावना, पाटी आदि में भी भारी ओलावृष्टि होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगो को दोबारा सर्दी का एहसास होने लगा। शाम के समय लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आये। बारिश और ओलावृष्टि से मटर, आड़ू, पुलम, आलू बुखारा, नाशपाती, चिल्लू, सेब सहित मसूर, जौ, आलू आदि की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। काश्तकारों का कहना है कि इस बेमौसमी बारिश व अतिवृष्टि से उन्हें बहुत नुकसान हो रहा है। कहा कि पहले सूखे व कम बर्फबारी की मार ने कृषि खेती से लेकर बागवानी को भारी नुकसान पहुंचाया। अब रोजाना इस तरह से हो रही अतिवृष्टि से उनकी रही सही फसलों को नुकसान हो गया है। जिससे किसानों व बागवानों के सामने संकट खडा हो गया है। कहा कि इसी तरह से बेमौसम अतिवृष्टि जारी रही तो आने वाले समय में लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जायेगा।