भ्रमण के लिए गर्भगृह से बाहर आई राजराजेश्वरी चंडिका देवी

चमोली(आरएनएस)। चमोली जिले के सिमली स्थित राजराजेश्वरी चंडिका देवी की बन्याथ यात्रा शनिवार से शुरू हो गई है। यात्रा के लिए देवी को दोपहर में वेदमंत्रों के साथ गर्भगृह से मंदिर प्रांगण में लाया गया। चार दिनों तक श्रृद्धालु यहीं पर देवी के पुण्य दर्शन कर सकेंगे। मंगलवार रात को ब्रह्म बंधन होगा और ब्रह्म के शिखर पर भगवान शिव विराजेंगे। फिर 11 सितंबर को देवी अपने पहले पड़ाव रतूड़ा गांव के लिए रवाना होगी। इस बार चंडिका देवी की 14 साल बाद बन्याथ यात्रा हो रही है। शनिवार को बसक्वाली गांव से लाटू देवता चंडिका देवी मंदिर में पहुंचे। उसके बाद दोपहर 12.30 बजे देवी अपने गर्भगृह से बाहर आई। इस दौरान मंदिर में पहुंचे सिमली, सेनू, सुंदरगांव, जाख, कोली, पुडियाणी, गैरोली सहित कर्णप्रयाग, नौटी, आदिबदरी, गैरसैंण व पिंडरघाटी क्षेत्र के 10 हजार से अधिक लोगों ने पुष्प वर्षा कर जयकारे लगाए। मंदिर में ढोल दमाऊं की थाप पर देवताओं ने अवतरित होकर भक्तों को धनधान्य का आशीर्वाद दिया। महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली और मंगलगान गाए। चार दिनों तक मंदिर में महाविद्या पाठ व दुर्गा शप्तशती पाठ एवं ब्रह्मबंधन आदि धार्मिक प्रक्रियाएं संपन्न होगी। उसके बाद देवी 10 माह के भ्रमण के लिए मंदिर परिसर से रवाना होंगी।