भवनों के नक्शे स्वीकृत नहीं होने पर ड्राफ्ट्समैन ने जताई चिंता

विकासनगर। उत्तरांचल इंजीनियर्स एंड ड्राफ्ट्समैन एसोसिएशन पछुवादून की बैठक में पछुवादून क्षेत्र में आवासीय और व्यावसायिक भवनों के मानचित्र स्वीकृत कराने में आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई। इस दौरान समस्याओं के निराकरण को लेकर एमडीडीए प्रबंधन से वार्ता करने का निर्णय लिया गया। उत्तरांचल इंजीनियर्स एंड ड्राफ्ट्समैन एसोसिएशन पछुवादून की बैठक शनिवार को नगर के एक होटल में संपन्न हुई। एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य गुलशन नंदा ने कहा कि नगर क्षेत्र के पुराने मोहल्लों और बाजरों में सड़कों, गलियों की चौड़ाई मानक से कम होने के कारण इन मोहल्लों में नए भवनों के नक्शे एमडीडीए स्वीकृत नहीं कर रहा है, जिससे लोग नया निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। इन बस्तियों में कई पीढ़ियों से रहने वाले लोग भी अपनी जमीन नया निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। पूर्व में पछुवादून के शहरी क्षेत्रों के लिए निर्माण संबंधी नियमों का शासनदेश लागू था, लेकिन दून घाटी विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण का एमडीडीए में विलय होने के बाद कोई शासनादेश लागू नहीं किया गया है। इससे निर्माण के नियमों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। लिहाजा जनहित को देखते हुए पुराने ही शासनादेश लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देहरादून महायोजना के लिए जोनिंग रेगुलेंशंस के अनुसार 18 मीटर चौड़े मार्ग पर आवासीय भू-उपयोग में व्यावसायिक मानचित्र स्वीकृत किए जाने का प्रावधान है। शेष दून घाटी क्षेत्र में भी यही प्रावधान लागू किया जाना जरूरी है। इसके साथ ही आवासीय भू उपयोग में सुविधाजनक दुकानें स्वीकृति किए जाने का प्रावधान किया जाना जरूरी है। इस दौरान राजकुमार राठौर, विक्रम बिष्ट, दीपक नौटियाल, रजत गिरी, नीरज खन्ना, शिवानी गौतम, मौ. सालिम आदि मौजूद रहे।

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