
नई दिल्ली। भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट और टी20इंटरनेशनल सीरीज के लिए टीम की घोषणा कर दी है। टेस्ट टीम में पुजारा और रहाणे का नाम नहीं है। दोनों दिग्गजों ने पिछले कुछ वर्षों में क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में संघर्ष किया है। इसी वजह से उन्हें टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया है।
उधर, भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को बाहर करने के बीसीसीआई के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि उम्मीद थी कि साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद दोनों सीनियर खिलाडिय़ों को बाहर कर दिया जाएगा।
गावस्कर ने कहा, इसकी उम्मीद थी। दक्षिण अफ्रीका में तीन टेस्ट मैचों में अगर इनमें से किसी एक ने भी शतक लगाया होता या 80-90 रन की पारी खेली होती तो बात अलग होती। हां, अजिंक्य रहाणे ने एक आकर्षक पारी खेली, लेकिन इसके अलावा जब उम्मीद की जा रही थी और जब टीम को रनों की जरूरत थी, तब उन्होंने पर्याप्त रन नहीं बनाए।
हालांकि, गावस्कर ने कहा कि पुजारा और रहाणे दोनों निश्चित रूप से भारतीय टीम में वापस आ सकते हैं, लेकिन उन्हें लगातार स्कोर करना होगा। उन्होंने कहा, वे वापसी कर सकते हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। अगर वे बहुत अच्छी फॉर्म दिखाते हैं, रणजी ट्रॉफी के हर मैच में 200-250 का स्कोर बनाते हैं, तो वापसी निश्चित रूप से संभव है, लेकिन इस टेस्ट सीरीज के बाद इंग्लैंड में सिर्फ एक टेस्ट है और उसके बाद टी20 वर्ल्ड कप है, इसलिए हम नवंबर और दिसंबर में उनकी वापसी देखेंगे।
गावस्कर ने आगे कहा, मुझे लगता है कि समय उनके पक्ष में नहीं होगा, क्योंकि ये दोनों बल्लेबाज 35 साल के आस-पास के होंगे। अगर इन दो खाली जगहों पर युवाओं को मौका दिया गया है और अगर वे युवा इस मौके को भुना लेते हैं तो उनके (पुजारा और रहाणे) के लिए टीम में वापसी करना मुश्किल होगा। भारतीय टीम को मार्च में श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने हैं।