बारिश के बाद सब्जियां महंगी, 50 फीसदी तक उछाल

हरिद्वार(आरएनएस)। मॉनसून सीजन में जमकर आसमान से आफत बरस रही है। चिंता की बात है कि उत्तराखंड में भूस्खलन से बंद सड़कों से लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही थी तो अब दूसरी ओर, सब्जियों के दामों ने लोगों को टेंशन देनी शुरू कर दी है। आलू-प्याज,टमाटर के   दामों में उछाल दर्ज किया गया है।  कुछ सब्जियों के रेटों में 50 फीसदी तक इजाफा दर्ज किया गया है। सब्जी मंडी में फुटकर विक्रताओं को कम सब्जियां मिलीं। सब्जियों की आवक कम होने से दाम भी बढ़ गए। मंडी में सब्जियों की आवक 60 फीसदी तक कम हुई है। इससे टमाटर के दाम में ढाई गुना तक बढ़ गए हैं।   साथ ही प्याज, भिंडी, आलू के दाम लगभग दोगुना हो गए हैं। लौकी, तौरी तीन गुना महंगे दामों पर बिकी। फुटकर विक्रेताओं ने शनिवार को मंडी में सब्जियां बढ़े हुए दामों पर खरीदी। इस कारण बाजारों में भी ग्राहकों को सब्जी महंगे दामों पर बेची गई।   सब्जियों के दाम बढ़ने से महिलाएं परेशान दिखीं। महंगाई से महिलाओं की रसोई का बजट बिगड़ गया है। हाल ही के दिनों में सब्जी मंडी में दिल्ली, हिमाचल, नागपुर, गाजियाबाद, उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों और अन्य राज्यों से 60 फीसदी कम वाहन सब्जियां लेकर पहुंच रहे हैं।  आवक कम होने से पिछले एक माह की तुलना में सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। महंगी सब्जियां मिलने के कारण महिलाओं की भी दिक्कतें भी बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि सब्जियां महंगी होने से रसोई का बजट गड़बड़ा गया है।

टमाटर, आलू-प्याज के रेटों में बढ़ोतरी :   बरसात के साथ ही टमाटर और प्याज की कीमतों में तेजी शुरू हो गई है। एक सप्ताह में टमाटर के दाम दोगुनी बढ़ोतरी के साथ 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। प्याज की कीमत में भी 50 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। दरअसल, बरसात के कारण अलवर, नासिक आदि क्षेत्रों से उत्तराखंड की मंडियों में टमाटर, प्याज की सप्लाई कम हो गई है। ऐसे में मांग के हिसाब से पूर्ति नहीं होने के कारण कीमतें बढ़ गई हैं। फुटकर में टमाटर की कीमत 50 से 80 रुपये किलो तक पहुंच गई है।


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