बागेश्वर में बारिश से नौ सडक़ों पर आवगमन ठप

बागेश्वर। जिले में रुक-रुक का बारिश हो रही है। मंगलवार रातभर हुई बारिश से सड़कों पर कहर टूटा है। नौ मोटर मार्ग आवागमन के लिए बंद हो गए हैं। आकाशीय बिजली गिरने से गरुड़ ब्लॉक के 205 गांवों के बिजली गुल हो गई है। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। भारी मात्रा में नदियों में सिल्ट आने से पेयजल योजनाएं भी प्रभावित होने लगी हैं। मंगलवार की रात शुरू हुई बरसात बुधवार सुबह तक जारी रही। जिससे समूचा जिला तरबतर हो गया है। नदियों का जलस्तर बढऩे और सिल्ट आने से पंपिग योजनाएं प्रभावित हो गई हैं। शहर से लेकर गांवों तक पेयजल संकट बना हुआ है। मौसम ने दिन चढऩे के बाद करवट बदली और चटक धूप खिली। दोपहर बाद आसमान में फिर बादल छा गए। जिससे बारिश के आसार बन गए हैं। उधर, सिचाई के पानी के अभाव में रोपाई का काम प्रभावित हो रहा था। लेकिन बारिश होने के बाद किसान धान की रोपाई में जुट गए हैं। बारिश से यह सडक़ें बंद शामा-लीती-गोगिना किमी 1,7,8,9,10, कपकोट-कर्मी किमी 6,7,12,13, चेटाबगड़-पोथिग किमी एक, धरमघर-माजखेत किमी 12, बघर मोटर मार्ग किमी तीन, चार और सात में बंद हो गया है। यह सभी सडक़ें प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना की हैं। जबकि शामा-लीती किमी आठ, सैलानी-लोहागढ़ी, किमी एक और दो, डंगोली-सैलानी किमी सात, आठ, 12, 14, 16, 17, 19, बीनातोली-कुंझाली किमी तीन, छह और दस में आवागमन के लिए पूरी तरह बंद हो गई है। सडक़ों पर जगह-जगह भूस्खलन के कारण मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। 235 गांवों की बिजली गुल सोमेवार से कौसानी आने वाली 33000 वोल्ट की मुख्य लाइन में चनौदा के पास आकाशीय बिजली गिरने से छह नग डिस्क इन्सुलेटर जल गए। इस कारण कौसानी, गरुड़, बैजनाथ समेत गरुड़ ब्लॉक के 205 गांवों की बिजली गुल हो गई। इसके अलावा कांडा तहसील के सिमगड़ी न्याय पंचायत के 30 गांवों में रातभर बिजली नहीं थी। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता भास्कर पांडे ने बताया कि आपूॢत सुचारू करने की कोशिश की जा रही है। बारिश का आंकड़ा बागेश्वर – 32.50 एमएम गरुड़ – 35.00 एएम कपकोट – 12.50एमएम नदियों का जलस्तर सरयू – 865.30 मीटर गोमती – 862.20 मीटर बैजनाथ बैराज – 1112.20 मीटर