बाबा साहेब के अपमान का आरोप, केंद्रीय गृह मंत्री शाह का इस्तीफा मांगा

देहरादून(आरएनएस)।  कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया है। इसके विरोध में पार्टी कार्यकर्ता मंगलवार को उत्तराखंड सहित देशभर में मार्च निकालकर बाबा साहेब की प्रतिमा के सम्मुख केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। पार्टी ने अमित शाह से माफी मांगने और उनके इस्तीफे की मांग की है। सोमवार को कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सीडब्ल्यूसी सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल ने कहा कि संविधान के 75वें वर्ष के अवसर पर संसद सत्र के दोनों सदनों में संविधान पर व्यापक चर्चा की गई। इस दौरान पक्ष और विपक्ष सभी दलो के चुने हुए सासंदो ने सदन की गरिमा और मर्यादा का ध्यान रखते हुए पुरजोर रूप से अपनी बात रखी। संविधान पर अपने विचार रखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह ने बाबा साहेब का अपमान करते हुए कहा कि अंबेडकर… अंबेडकर… अंबेडकर कहना तो जैसे आजकल फैशन बन गया है, इतनी बार अगर ईश्वर का नाम लिया होता तो ईश्वर स्वयं मिल जाते। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री के इस बयान से देश का जनमानस आहत हुआ है। इस अपमान से ना सिर्फ अमितशाह बल्कि संघ और भाजपा कि संविधान और बाबा साहेब से नफरत उजागर हुई है। बाबा साहेब का अपमान भी भाजपा ने किया। माफी मांगना तो दूर देश में कांग्रेस और अंबेडकर के रिशतों को लेकर झूठ फैलाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा का इतिहास, कोशिशें और काम इस बात के गवाह है कि संघ और भाजपा मनुस्मृति के आधार पर भारतीय संविधान चाहते थे। इसीलिए ऑर्गनाइज़र मैगजीन में संविधान बनने के तीन दिन बाद लिखा था कि भारत के संविधान से वह सहमत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब सिर्फ एक नाम या देश के नेता नहीं, जन-जन के हृदय में बसते हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि केंद्रीय गृहमंत्री को मुद्दे से ध्यान भटकाने की नौटंकी से बाज आकर देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए और तत्काल अपने पद से इस्तिफा देना चाहिए।
प्रेसवार्ता के दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, अमरजीत सिंह, बुदिजीवी प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रदीप जोशी, प्रवक्ता शीशपाल सिह बिष्ट, प्रतिमा सिंह, अभिनव थापा आदि मौजूद रहे।