अंकिता हत्याकांड मामले में छात्र संगठन 17 अक्टूबर को निकालेंगे तिरंगा यात्रा

श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड के कई छात्र संगठनों ने अंकिता हत्याकांड मामले में सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी। छात्रों का कहना है कि उन्होंने सरकार को इसके लिए 1 हफ्ते का समय दिया था। अपनी मांग पर सुनवाई नहीं होने से नाराज छात्र संगठनों ने तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया है। छात्रों का कहना है कि ये तिरंगा यात्रा अंकिता के आवास से शुरू होगी और आरोपी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट तक यात्रा का संचालन किया जाएगा। छात्र संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि तिरंगा यात्रा का मकसद अंकिता भंडारी हत्याकांड के वीआईपी आरोपी के नाम उजागर करवाना है। छात्रों का कहना है कि जिन वीआईपी की वजह से इस इस अपराध को अंजाम दिया गया, उन वीआईपी पर सख्त कार्रवाई हो। सत्यम शिवम छात्र संगठन से जुड़े नरेंद्र शर्मा और वंदे मातरम छात्र संगठन के जितेंद्र पाल पाठी का कहना कि अंकिता हत्याकांड की जांच सीबीआई से नहीं कराई जा रही है। इससे छात्र संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना किसी बहन-बेटी के साथ घटित ना हो, इसको लेकर तमाम छात्र संगठन तिरंगा यात्रा में भाग लेंगे। छात्र संगठनों की ओर से अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर तिरंगा यात्रा निकाले जाने का निर्णय लिया गया है। ये यात्रा सोमवार की सुबह 9 बजे अंकिता की आवास से शुरू होगी और श्रीनगर से होते हुए आरोपी के रिजॉर्ट पर जाकर समाप्त होगी।


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