सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा का पुराना स्वरूप आएगा वापस, सांस्कृतिक विरासतों का होगा जीर्णोद्धार: जिलाधिकारी वन्दना
अल्मोड़ा। ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक नगरी के रूप में विख्यात अल्मोड़ा शहर का मुख्य आकर्षक पटाल बाजार एवं पुरानी शैली में निर्मित भवनों को पुराने स्वरूप में पुनः स्थापित किए जाने हेतु जिलाधिकारी वन्दना द्वारा पुराने कलक्ट्रेट भवन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार संघ के प्रतिनिधियों व विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श करते हुए निर्णय लिया गया कि पटाल बाजार को पूर्व स्वरूप में स्थापित करने के साथ ही पुरानी शैली में जो भवन निर्मित है उनका जीर्णोद्वार के साथ ही जो भवन आधुनिक रूप में निर्मित हो गए हैं उन्हें उसकी पुरानी शैली में लाये जाने हेतु सम्बन्धित भवन स्वामियों की सहमति लेते हुए उनका जीर्णोद्वार करने के साथ ही पटाल बाजार में पूर्व की भॉति स्थानीय पटाल (पत्थर) लगाए जायेंगे इस हेतु विभिन्न विभागों को आगामी 15 अप्रैल तक प्रस्ताव तैयार करते हुए जिला स्तर से एक संयुक्त प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा की पटाल बाजार देश एवं विदेश में यहॉ की संस्कृति की पहचान रही है। जिसे पुराने स्वरूप में लाये जाने हेतु यह कार्य सभी के सहयोग से आवश्यकीय है। जिलाधिकारी ने कहा कि पटाल बाजार में पटाल बिछाने के अतिरिक्त दोनो तरफ स्थानीय घरों हेतु पेयजल सीवरेज, पानी निकासी, विद्युत, ड्रैनेज व्यवस्था भी अलग से कराए जाने हेतु सम्बन्धित विभाग 15 अप्रैल तक प्रस्ताव तैयार कर लें। इस कार्य हेतु जिला पर्यटन विकास अधिकारी सम्बन्धित विभाग नगरपालिका, पेयजल निर्माण निगम, विद्युत, जल संस्थान एवं सिचाई के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिये कि पटाल बाजार अन्तर्गत विद्युत लाईन को भूमिगत किये जाने का भी प्रस्ताव तैयार किया जाय ताकि विद्युत लाईन के हट जाने से बाजार की सुन्दरता और अधिक आकर्षक हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे पुराने भवन जिन्हें आधुनिक स्वरूप में निर्मित कराया गया है उन्हें पुनः पुराने स्वरूप में बनाये जाने को लेकर भवन स्वामियों, स्थानीय व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यकीय है ताकि पुराने भवनों को पुराने स्वरूप में संरक्षित किया जा सके और विभागीय अधिकारियों को पुराने भवनों को चिन्ह्ति करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त नगरपालिका की स्ट्रीट लाईटों को भी पुराने शैली में लगाये जाने का प्रस्ताव तैयार किया जाय। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी तालमेल से 15 अपै्रल तक प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध करायें ताकि आगामी वित्तीय वर्ष के प्रारम्भ में ही शासन को प्रस्ताव भेजा जा सके। जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के द्वारा व्यापार मण्डल के प्रतिनिधियों व जनप्रनिधियों के साथ पटाल बाजार का निरीक्षण किया। बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, व्यापार मण्डल अध्यक्ष सुशील साह सहित क्षेत्र के सभासद, जनप्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।