एसीपी की पुरानी व्यवस्था को समाप्त किए जाने का विरोध

देहरादून। एसीपी की पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने दबाव तेज कर दिया है। सातवें वेतनमान में एसीपी की पुरानी व्यवस्था को समाप्त किए जाने का विरोध किया गया।
मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक ने कहा कि सातवें वेतनमान में बदली गई एसीपी की व्यवस्था से कर्मचारियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। पदोन्नत वेतनमान का समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ ही पदोन्नति में भी देरी हो रही है। इसका कर्मचारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है। प्रतिमाह चार हजार से लेकर चालीस हजार तक का नुकसान हो रहा है। इससे विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे कर्मचारियों को निराशा हो रही है।
उन्होंने कहा कि वेतन विसंगति से जुड़े प्रकरण भी निस्तारित नहीं किए जा रहे हैं। सातवें वेतनमान में कई संवर्गों का वेतनमान कम कर दिया गया। इससे कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान पहुंच रहा है। जहां सातवें वेतनमान में अन्य कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि हुई। ऊर्जा विभाग में वेतन कम तक हो गए हैं। ये सीधे तौर पर कर्मचारियों के साथ अन्याय है। इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। समय पर मांगों का निस्तारण न होने पर आंदोलन तय है। सरकार को मांगों के निस्तारण को लेकर एक तय समय दिया गया है। इस तय समय के भीतर मांगों का निस्तारण न होने पर आंदोलन होगा।