आंदोलन की राह ढूंढने लगे है प्रशिक्षित डीएलएड धारक

दो सालों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे 650 डीएलएड प्रशिक्षित परेशान

नई टिहरी। बीते दो सालों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे 650 डीएलएड प्रशिक्षित परेशान हैं। बेरोजगारी के मार झेलने के साथ ही इन्हें मानसिक परेशानी से भी गुजरना पड़ रहा है। प्रशिक्षित डीएलएड धारक अब आंदोलन की राह ढूंढने लगे हैं। वर्ष 2019 में पास आउट डीएलएड धारकों को अब तक प्रदेश में नियुक्ति नहीं मिल पाई है। जबकि प्राथमिक स्कूल बिना शिक्षकों के अधोगति की स्थिति में हैं। डीएलएड प्रशिक्षित व प्रशिक्षित बेरोजगार संघ से जुड़े पंकज डंगवाल, राहुल पैन्यूली का कहना है डायट डीएलएड संघ के धरने के बाद राज्य टिहरी गढ़वाल में माह नवम्बर 2020 में 273 पदों पर विज्ञापन जारी किया गया था, जिसमें 273 पदों के सापेक्ष लगभग 28000 फार्म प्राप्त हुए। जिसमें जिला स्तर पर विज्ञापन पर समयबद्ध रूप से कार्यवाही नहीं हुई है। 2 जुलाई 2021 को डाटा फीडिंग का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, परन्तु प्रत्यावदेन और मेरिट आउट करने का काम निदेशालय स्तर से स्पष्ट आदेश ना होने के कारण, शासन स्तर पर भर्ती की धीमी प्रक्रिया, उच्च न्यायालय में प्राईवेट स्कूलों में पढ़ा रहे इन-सर्विस डीएलएड अध्यापकों और बीएड योग्यताधारियों के वादों के कारण भर्ती प्रक्रिया बाधित हो रही है। वादों पर निदेशालय स्तर से उचित कार्यवाही न किये जाने के कारण भी यह भर्ती पिछले लगभग 10 माह से लटकी हुई है। इस तरह तमाम अटकलों के चलते डीएलएड धारकों को बेवजह की मार झेलनी पड़ रही है। इन डीएलएड धारकों का कहना है कि यदि डीएलएड धारकों की नियुक्ति प्रक्रिया तेज नहीं की जाती है, तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे।