Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • नैनीताल
  • हाईकोर्ट शिफ्टिंग के विरोध में एकजुट हुए अधिवक्ता, की बैठक
  • नैनीताल

हाईकोर्ट शिफ्टिंग के विरोध में एकजुट हुए अधिवक्ता, की बैठक

RNS INDIA NEWS 29/11/2022
default featured image

नैनीताल। उत्तराखंड अधिवक्ता संयुक्त मोर्चा की ओर से हाईकोर्ट बार एसोशिएसन के सभागार में मंगलवार को हाईकोर्ट शिफ्टिंग को लेकर एक बैठक बुलाई गई। इस दौरान हाईकोर्ट को अन्यत्र शिफ्ट न करने और नैनीताल में जन सुविधाओं को विकसित करने पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने पर्वतीय क्षेत्र से हाईकोर्ट को मैदान में शिफ्ट न करने की बात की। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रशांत जोशी की अध्यक्षता में हुई सभा में अधिवक्ता रमन कुमार साह ने कहा कि उन्होंने पलायन व शिफ्टिंग के संबंध में सूचना अधिकार के तहत सूचना मांगी थी। लेकिन, सूचना गोपनीय होने का कथन देते हुए सूचना अधिकारी की ओर से जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एमसी पंत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उड़ीसा हाईकोर्ट की बैंच के संबंध में सुनवाई करते हुए कहा था, कि अब न्यायालयों में सुनवाई विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही है। कोर्ट ने यह भी कहा कि अब इसे आगे बढ़ाने का समय आ गया है। इसलिए हाईकोर्ट की बेंच की आश्यकता नहीं है। आंध्र प्रदेश के मामले में भी हाईकोर्ट की मुख्य पीठ को स्थानांतरित करने की मांग पर असहमति जताई। वरिष्ठ अधिवक्ता पूर्व सांसद महेंद्र पाल ने स्थानीय विधायक समेत पहाड़ से हो रहे पलायन पर चिंतित विधायकों से मांग की, कि वह नैनीताल से हाईकोर्ट की शिफ्टिंग व पलायन के मुद्दे पर विधान सभा में प्रस्ताव रखें। पहाड़ से हाईकोर्ट व अन्य सरकारी दफ्तरों को मैदानी क्षेत्रों में शिफ्ट न किया जाए। लिहाजा पहाड़ी क्षेत्रों में जन सुविधाओं को विकसित करने की आवश्यक्ता है। इस मौके पर उत्तराखंड अधिवक्ता संयुक्त मोर्चा के संयोजक दुर्गासिंह मेहता, अधिवक्ता शीतल सेलवाल, नरेंद्र पपनै, शिवानंद भट्ट, भूपेंद्र प्रसाद, विजयलक्ष्मी फर्त्याल, एमएस भंडारी, सूरज पांडे, प्रेम सिंह सॉन, निरंजन भट्ट, अविदित नौलियाल, नितिन कार्की, त्रिलोचन पांडे, जेसी कर्नाटक आदि रहे।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोपी 57 साल का शख्स गिरफ्तार
Next: स्कूल बस ने 14 वर्षीय किशोर को कुचला

Related Post

default featured image
  • अल्मोड़ा
  • नैनीताल

अल्मोड़ा और नैनीताल के मुख्य शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से बदली परीक्षा तिथियां, निदेशक ने मांगा स्पष्टीकरण

RNS INDIA NEWS 10/10/2025
default featured image
  • नैनीताल

नगर निगम ने बाजार में अभियान चलाकर हटाया अतिक्रमण

RNS INDIA NEWS 05/10/2025
default featured image
  • नैनीताल

बाइक की टक्कर के बाद डिवाइडर से टकराया मजदूर, मौत

RNS INDIA NEWS 28/09/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 12 अक्टूबर
  • पीएम धन-धान्य कृषि योजना से जुड़े अल्मोड़ा और चमोली
  • औषधि निरीक्षक ने गरुड़ में दो मेडिकल स्टोर बंद कराए
  • नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को भेजा जेल
  • पौड़ी के 91 स्कूलों में शुरू हुए वर्चुअल क्लास रूम
  • 5 लाख की स्मैक के साथ एक आरोपी गिरफ्तार

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.