षडयंत्र के तहत कोई अप्रिय घटना कभी भी घट सकती है : बागेश्वर पालिकाध्यक्ष

बागेश्वर। बागेश्वर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने नगर पालिकाध्यक्ष हत्याकांड की पुनरावृत्ति जिला पंचायत में होने की आशंका जताई है। उनका कहना है कि जिस तरह पूर्व में नगर पालिकाध्यक्ष रमेश जौहरी की हत्या पालिका कार्यालय में हुई थी, उसी तरह का षडयंत्र उनके कार्यालय में भी रचा जा रहा है। कई सदस्यों के पति और रिश्तेदार पंचायत परिसर में आते रहते हैं। बार-बार झूठे आरोपों का सहारा लेकर लोगों को भ्रमित करते हैं। वे लोगों को उकसाते हैं और इससे षडयंत्र के तहत कोई भी अप्रिय घटना जिला पंचायत कार्यालय में हो सकती है। जिलाधिकारी को भेजे पत्र में जिपं अध्यक्ष ने यह आशंका जताई है। उनका कहना है कि 21 अक्तूबर को जिला पंचायत की सामान्य बैठक हुई थी। कुछ सदस्यों ने बजट को लेकर विरोध किया। बाद में नियमानुसार बजट पास हो गया। बैठक के बाद नौ सदस्य और वह खुद सदन से बाहर चली गईं। कुछ समय बाद उन्हें जानकारी मिली की उपाध्यक्ष नवीन परिहार, सदस्य गोपा देवी, इंद्रा परिहार, पूजा आर्या आदि ने अपर मुख्य अधिकारी राकेश कुमार, वित्तीय परामर्शदाता शैलेंद्र बुटोला, प्रशासनिक अधिकारी हरीश गड़िया और लेखाकार जय जोशी को अंदर ही दरवाजा बंद कर बंधक बना लिया है। सदन में जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आ रही थी। अंदर कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए उन्होंने उप जिलाधिकारी को फोन से सूचना दी। एसडीएम के निर्देश पर कोतवाल तथा सीओ दल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभागार का दरवाजा खोलने का अनुरोध किया। बहुत कठिनाई से दरवाजा खोला गया। पुलिस ने बहुत ही शालीनता से बंधक कर्मचारियों और अधिकारियों को बाहर किया। किसी तरह की धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार पुलिस ने नहीं किया। उपाध्यक्ष समेत सदस्य मीडिया में अनर्गल बयानबाजी कर लोगों को भ्रमित करते रहे। पुलिस के खिलाफ अनावश्यक बयानबाजी कर सरकार की छवि खराब करने में लगे रहे। उपाध्यक्ष नवीन परिहार, गोपा आदि ने अन्य सदस्यों को भी उत्तेजित कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया है, वे अन्य सदस्यों को कुछ कर गुजरने के लिए उकसा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह की गतिविधियों ने पूर्व में नगर पालिकाध्यक्ष रमेश जौहरी की पालिका कार्यालय में षडयंत्र के तहत हत्या कर दी गई थी। ऐसा ही प्रयास जिला पंचायत में भी करने का प्रयास विरोधियों द्वारा किया जा रहा है। विपक्षीय सदस्यों के पति तथा अन्य रिश्तेदार जिला पंचायत में आकर संतुष्ट लोगों को भी उकसा रहे हैं। बार-बार झूठे आरोप का सहारा लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, इस षडयंत्र के तहत कोई अप्रिय घटना कभी भी होने की आशंका हैं। उन्हांने जिलाधिकारी से भविष्य में घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है।