सामने आया ईरानी सेना का क्रूर चेहरा, हिजाब विरोधी प्रदर्शन करने वाले समूह पर 73 बैलिस्टिक मिसाइलों से किया हमला

तेहरान। हिजाब को लेकर हिरासत में ली गई छात्रा महसा अमीनी की मौत के 12 दिन बीत जाने के बाद भी ईरान में बवाल थमा नहीं है। इस बीच ईरान की सेना ने प्रदर्शनों को समर्थन देने वाले कुर्द लड़ाकों के ऊपर मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू कर दिए हैं। इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ग्राउंड फोर्स ने कुर्दिस्तान में एक के बाद एक 73 बैलिस्टिक मिसाइल और दर्जनों आत्मघाती ड्रोन हमले किये हैं। आईआरजीसी का आरोप है कि कुर्दिस्तान की कोमला पार्टी देश में चल रहे हिजाब विरोधी हिंसक प्रदर्शनों को अपना समर्थन दे रही है। यह हमले कुर्द इलाकों के अलग अलग 42 पॉइंट्स पर किये गए थे।
शनिवार को हमले शुरू करने के बाद आईआरजीसी ने एक बयान में कहा कि पुलिस हिरासत में एक 22 वर्षीय ईरानी महिला की मौत पर जारी अशांति के बीच यह कुर्द समूह ईरान में हथियारों की तस्करी कर रहे थे। आगे आईआरजीसी ने बताया कि कुर्दिस्तान क्षेत्रीय सरकार (केआरजी) के अधिकारियों द्वारा उचित कार्यवाई न करने के अनुरोध पर उन्हें यह हमले करने पड़े। हालांकि इन हमलों में कितने लोगों की जान गई है, इसकी कोई जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
हिजाब विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत ईरान के कुर्द-आबादी वाले उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों से हुई थी, जो धीरे धीरे राजधानी समेत 50 शहरों और कस्बों में फैल गए। अमीनी के गृह प्रांत कुर्दिस्तान में फैली अशांति के कारण ईरान की इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने कुर्द इलाकों में भारी बमबारी की है। हमले के पूर्व आईआरजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहले भी कुर्द इलाकों में चल रहे प्रदर्शनों पर कार्रवाई की बात कही थी।
ईरान में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के लिए इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने कुर्द लड़ाकों को जिम्मेदार ठहराया है। कुर्द ईरान के शहरों में हिंसा के पीछे शामिल थे। लड़ाके देश में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन के माध्यम से इस्लामी पवित्रता का अपमान कर रहे हैं।
बता दें कि हिजाब के विरुद्ध लोगों में बढ़ रहे असंतोष के बाद भडक़े प्रदर्शनों को रोकने के लिए पुलिस भारी बल का प्रयोग कर रही है। ईरान में जगह-जगह हो रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में कई महिलाएं हिजाब को आग लगाती हुई दिख रही हैं, जिससे भडक़ी पुलिस लगातार प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़ रही है और फायरिंग कर रही है। सरकारी मीडिया के आंकड़ों के मुताबिक अब तक इन प्रदर्शनों में 41 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।