चकबंदी लागू होने से पलायन पर लगेगी रोक

पौड़ी। चकबंदी आंदोलन के प्रणेता गणेश गरीब ने सरकार से चकबंदी लागू किए जाने की मांग की है। कहा कि गांव में रोजगार के अवसर होंगे तो पलायन पर रोक लगाई जा सकती है। मीडिया परिसर में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में चकबंदी आंदोलन के प्रणेता गणेश गरीब ने कहा कि गांव से ही विकास की बुनियाद शुरू होती है। इसके लिए खेती-बाड़ी को प्रोत्साहन देकर सरकार को गांवों में ही रोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए। जिससे युवा रोजगार के लिए पहाड़ी क्षेत्रों से पलायन न करे। उन्होंने चिंता जताई कि राज्य बनने के इन बीते सालों में कई सरकारें आई और गईं। सभी ने खेतों की चकबंदी को लेकर खूब बैठकें और मंथन किया। लेकिन आज तक सही मायने में देखें तो चकबंदी को लेकर इसका एक्ट ही नहीं बना। कहा कि जब तक खेतों की चकबंदी नहीं की जाती तब तक न तो खेत ही ठीक से आबाद होंगे और ना ही किसानी। कहा कि गांवों को बचाने के लिए खेती को बचाना जरुरी है। इसके लिए सरकार के पास खेतों की चकबंदी ही एक मात्र विकल्प रह जाता है। कहा कि सरकार को चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में क्वालिटी परख शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार बढ़ाने के अलावा खेतों को बचाने के लिए चकबंदी और किसानों को प्रोत्साहन दिया जाए तो पलायन की समस्या स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। कहा कि गांवों में कार्य करने का आधार हो तो पलायन जैसी समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है।