साइबर ठगी का शिकार हुए दो व्यक्तियों को पुलिस ने लौटाई धनराशि
चमोली। साइबर ठगी के शिकार के दो व्यक्तियों का चमोली पुलिस की साइबर सेल ने संज्ञान लिया और तत्परता दिखाते हुये दोनों व्यक्तियों के खाते में धनराशि वापस लौटाई। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे द्वारा दोनों प्रकरणों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन को दिये गये तत्काल निर्देशों के क्रम में यह सफलता मिली है। शिकायतकर्ता मोहित निवासी गोपेश्वर ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से शिकायत की। बताया उनके द्वारा अपने सम्बन्धी को गूगल पे के माध्यम से धनराशि भेजी गयी थी। उक्त धनराशि उनके खाते से कट गयी। परन्तु सम्बन्धित के खाते में नहीं पहुंची। इंटरनेट पर गूगल पे कस्टमर केयर का नम्बर सर्च किया गया एवं कस्टमर केयर पर बात करने पर सम्बन्धित फर्जी कस्टमर केयर द्वारा ऐनीडेस्क डाउनलोड करने हेतु कहा गया। ऐनीडेस्क डाउनलोड करने के पश्चात साइबर ठग द्वारा उनके फोन का एक्सेस लेकर उनके खाते से 85,000 रुपये व 99,999 रुपये निकाले गये। उक्त शिकायत पर साइबर सेल चमोली द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए साइबर ठगी का शिकार हुए व्यक्ति के खाते में 85,000 रुपये वापस कराये गये। उक्त धनराशि पाकर शिकायतकर्ता मोहित द्वारा पुलिस का धन्यवाद किया गया। पुलिस साइबर सेल की सफलतम कार्रवाही की इस टीम में निरीक्षक मनोज नेगी. का. अंकित पोखरियाल (साइबर सेल), का. विपिन सिंह (साइबर सेल)। शामिल थे। जबकि दूसरे शिकायतकर्ता विजयदर्शन सिंह निवासी गौचर, कोतवाली कर्णप्रयाग द्वारा नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई की उन्हें एक अंजान नंबर से एक फोन कॉल आया जिसमें एक महिला द्वारा खुद को डीजी सॉल्यूशन कम्पनी का बताकर उन्हें डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट देने के नाम पर उनसे 15,750 रुपये की मांग की गयी। शिकायतकर्ता द्वारा सम्बन्धित को 15,750 रुपये ट्रासंफर किये गये। पैसे भेजने के बाद बार-बार फोन करने पर भी उक्त कम्पनी द्वारा डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट देने में आना-कानी की गयी । पैसे वापस मांगने पर पैसे वापस करने में आना-कानी की गयी। इस शिकायत पर कोतवाली कर्णप्रयाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त शिकायत साइबर सेल को प्रेषित की गयी। साइबर सेल द्वारा सम्बन्धित कंपनी से सम्पर्क कर शिकायतकर्ता के खाते में उनकी धनराशि वापस करायी गयी। पुलिस साइबर सेल की इस सफलतम कार्रवाही में उ0नि0 नवीन चौहान (चौकी प्रभारी, गौचर), का0 अंकित पोखरियाल(साइबर सेल), का0 विपिन सिंह (साइबर सेल) शामिल रहे।