नक्सल मोर्चे पर तैनात सशस्त्र जवान ने साथियों पर चलाई गोली, 4 की मौत

तीन जवान गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

सुकमा (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के मरईगुड़ा थाना क्षेत्र में सीएसरपीएफ  कैंप में एक जवान की फायरिंग में 50वीं बटालियन के 4 जवानों की मौत हो गई और 3 जवान घायल हो गए. बस्तर ढ्ढत्र सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि कर दी है।  सुकमा जिले के लिंगलपल्ली कैंप की घटना है। यहां मरईगुड़ा के लिंगनपल्ली कैम्प में बड़ी वारदात हुई है। जहां सीआरपीएफ के जवान ने साथी जवानों पर ही अंधाधुंध में गोली चला दी। इस वारदात में मौके पर तीन जवान की मौत हो गई। जबकि एक जवान की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। वही 3 जवान गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है। सुकमा के लिंगनपल्ली कैम्प में घायल 2 जवानों को रायपुर लाया गया। एक  घायल को आरकेसीएच और एक को श्री नारायणा अस्पताल एयरपोर्ट से किया गया रवाना किया गया है।घायल जवान धनन्जय कुमार सिंह को श्री नारायणा ले जाया गया वही धर्मात्मा कुमार सिंह को आरकेसीएच किया गया है रवाना।
मिली जानकारी के अनुसार मरईगुड़ा के लिंगनपल्ली कैम्प घटना 50वी बटालियन कैंप की है। घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।रितेश रंजन ने तड़के लगभग 3.15 बजे पीएस मरईगुड़ा लिंगलपल्ली में गोली चलाना शुरू कर दिया. जिसमें 3 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई. चार जवानों को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए भद्राचलम क्षेत्र अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान एक और जवान की मौत हो गई. 3 घायलों का इलाज जारी है. जिन्हें भद्राचलम से हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है.

जवानों के बीच हुआ था विवाद
सीआरपीएफ कैंप के जिस जवान पर साथियों पर गोली चलाने का आरोप है, वह देर रात नक्सली क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात था। बताया जा रहा है कि इसी दौरान जवानों के बीच कुछ विवाद हो गया, जो हिंसा में बदल गया। इसके बाद सीआरपीएफ जवान आपे से बाहर हो गया और उसने गोलीबारी शुरू कर दी। इसी घटना में चार सीआरपीएफ जवानों की मौत हो गई। घटना के बाद सीआरपीएफ के अधिकारी मामले की जांच में लगे हुए हैं। अभी यह कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जवान ने साथियों पर गोली किस वजह से चलाई। आईजी बस्तर रेंज व एसपी

 

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुदंरराज पी.व सुकमा सुनील शर्मा ने घटना की पुष्टी की है। घायल जवानों को अभी तेलंगाना के भद्राचलम में इलाज के लिए भेजा गया है। वहीं अब हालत को देखते हुए हैदराबाद रेफर करने की तैयारी कीघायल जवानों को चापर से  रेफर किया गया है। घटना के बाद आरोपी जवान को हिरासत में ले लिया गया है। फिलहाल फायरिंग का सही कारण सामने नहीं आ सका है। बताया जा रहा है कि आपसी रंजिश या मानसिक संतुलन बिगडऩे के कारण आरोपी जवान ने फायरिंग की। एक दिन पहले भी उसका साथी जवानों से विवाद हुआ था। आरोपी जवान कई दिनों से परेशान था।

50वीं बटालियन सीआरपीएफ के लिंगनपल्ली शिविर में हुई घटना :-
इस घटना में सीटी/जीडी एफ.नं.  1100110058 रीतेश रंजन ने तड़के लगभग 3.15 बजे पीएस मारईगुडा के तहत सी/50 लिंगलपल्ली में कंपनी कर्मियों पर गोलियां चलाईं और इस घटना में 07 कर्मी घायल हो गए तथा उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत भद्राचलम क्षेत्र अस्पताल ले जाया गया है।
04 कर्मियों की मृत्यु हुई है है :-
एफ.नं. 110048785 सीटी/जीडी धनजी,एफ.नं. 105318732 सीटी/जीडी राजीव मंडल,एफ.नं. 110047315 सीटी/जीडी राजमणि कुमार यादव
,एफ.नं. 110047494 सीटी/जीडी धर्मेंद्र के.आर.
और बाकी 03 कर्मी जिनका इलाज चल रहा है, वे हैं:
एफ.नं. 045200602 डब्ल्यू/सी धनंजय केआर सिंह:
एफ.नं. 045206772 सीटी/जीडी धर्मात्मा कुमार
एफ.नं. 175040149 सीटी/बीयूजी मलय रंजन महाराणा।
मृतक चार जवानों में से तीन बिहार और एक पश्चिम बंगाल से हैं।
तीन घायलों में से दो को रायपुर एयरलिफ्ट किया जा रहा है और एक का भद्राचलम में इलाज चल रहा है।
आईजी सीआरपीएफ, एडिशनल एसपी कोंटा लिंगनपल्ली कैंप पहुंच चुके हैं।
आईजी बस्तर, कलेक्टर सुकमा और एसपी सुकमा भी मौके पर जाएंगे।
आरोपी जवान रितेश रंजन को सुबह 04:00 बजे से अपनी संतरी ड्यूटी करनी थी।  ड्यूटी के लिए तैयार होने के बाद उसने बैरक में सो रहे अन्य जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। सटीक कारण अभी पता नहीं चल पाया है।

सीआरपीएफ कैम्प की घटना दुर्भाग्यजनक :
मुख्यमंत्री श्री बघेल मृतक जवानों के प्रति जताई संवेदना घायल जवानों के बेहतर इलाज के दिये निर्देश
मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के मरईगुड़ा लिङ्गलपल्ली सीआरपीएफ कैम्प में एक जवान द्वारा फायरिंग की घटना में 4 जवानों की मृत्यु की दुर्भाग्य जनक घटना पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं। श्री बघेल ने घटना में मृतक जवानों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों के बेहतर इलाज के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।