बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के आए 12 सौ वाहनों को बॉर्डर से वापस लौटाया

रुडकी। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए गंगा दशहरा स्नान के मौके पर रविवार को भी नारसन बॉर्डर पर बगैर आरटीपीसीआर रिपोर्ट के आने वाले लोगों को वापस लौटा दिया गया। नारसन बार्डर पर तैनात राजस्व विभाग के कर्मचारी ने बताया दोपहर तीन बजे तक ऐसे करीब बारह सौ वाहनों को वापस भेजा। रविवार को हजारों की संख्या में लोगों को बॉर्डर से वापस लौटना पड़ा। इसके अलावा करीब दो घंटे तक लगातार चली बारिश के कारण बॉर्डर पर बनाए गए जांच केंद्र में काफी पानी जमा हो जाने के कारण यात्रियों और वहां मौजूद कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ी। जिसके कारण हाईवे पर भी काफी देर तक लंबा जाम लगा रहा।
गंगा दशहरा स्नान पर प्रदेश में लोगों की ज्यादा संख्या में आने की संभावना के मद्देनजर शनिवार से ही नारसन बॉर्डर को सील कर दिया गया था। रविवार को भी बॉर्डर पूरी तरह सील रहा। केवल आवश्यक कार्य में लगे वाहनों को ही प्रदेश में एंट्री करने के लिए अनुमति दी गई। 72 घंटे पूर्व वाली आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर आने वाले यात्रियों को ही प्रदेश में एंट्री करने दी गई। बॉर्डर पर तैनात राजस्व विभाग के कर्मचारी सुभाष शर्मा ने बताया कि शनिवार से रविवार दोपहर तक करीब 5000 लोगों के रजिस्ट्रेशन कराए गए और उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखने के बाद ही उन्हें आगे जाने दिया गया। इसके अलावा नेगेटिव रिपोर्ट नहीं लाने वाले करीब 1200 लोगों को रविवार को भी बॉर्डर से वापस लौटा दिया गया। इसके अलावा सुबह के समय हुई बरसात के कारण यात्रियों के रजिस्ट्रेशन सेंटर परिसर में पानी भर जाने से काफी दिक्कत उठानी पड़ी। करीब एक फीट पानी परिसर में भर गया। इससे काफी समय के लिए व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हो गया। जिसके बाद हाईवे पर भी जाम की स्थिति बनी रही।

Powered by myUpchar

error: Share this page as it is...!!!!