Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • पिथौरागढ़
  • कोरोना को लेकर जागरूकता का अभाव
  • पिथौरागढ़

कोरोना को लेकर जागरूकता का अभाव

RNS INDIA NEWS 17/05/2021
default featured image

पिथौरागढ़। कोरोना अब नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण इलाकों तक भी घर-घर जा पहुंचा है। जबकि ग्रामीणों में अब भी कोरोना को लेकर जागरूकता का अभाव दिख रहा है। इससे ग्रामीण इलाकों में एक व्यक्ति के संक्रमित मिलने के महज एक सप्ताह के भीतर ही गांव कंटेनमेंट जोन बन रहा है। इससे कई बुखार और सर्दी के मरीज कोरोना जांच से घबरा रहे हैं। पिथौरागढ़ जिले में 2020 में कोरोना का पहला केस 22 मई को मिला था। जिसके बाद से लगातार संक्रमण तेजी से फैलता गया। जिससे जिले में पहली लहर के बीच कुल 9 गांव कोरोना की चपेट में आए थे।
जिन्हें प्रशासन से कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया था। मगर फिर भी बीते साल कोरोना की रफ्तार बेहद कम थी, जिससे कई गांव कोरोना की चपेट में आने से बच गए। अब कोरोना भयावह हो चुका है। दूसरी लहर में जिला का पहला संक्रमित अप्रैल के पहले सप्ताह में पाया गया। जिससे बाद से संक्रमितों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ी कि, शुक्रवार तक जिले में कुल 17 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं। जिनमें 300 से अधिक संक्रमित पाए गए हैं। यह आंकड़ा बीते साल की तुलना में महज 25 दिन के भीतर ही दो गुनी रफ्तार से बढ़ रहा है।

ग्रामीणों में जागरूकता का अभाव बना मुसीबत
नगरीय क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों के लोग निडर होकर कोविड कफ्र्यू के दौरान भी बाहर घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रहा है। मगर लोगों में जागरूकता का अभाव साफ दिखाई दे रहा है।

झूलाघाट में मौत के बाद बना कंटेनमेंट जोन
कोरोना की दूसरी लहर जिले का पहला कंटेनमेंट जोन झूलाघाट क्षेत्र बना। जिसे 29 अप्रैल को कंटेनमेंट जोन घोषित किया। इससे पूर्व क्षेत्र में एक संक्रमित की मौत हुई थी। जांच में 18 संक्रमित पाए गए, और महज तीन दिन के भीतर यह संख्या बढक़र 38 पहुंच गई।

44 लोगों के संक्रमित मिलने से हडक़ंप
कनालीछीना के ख्वांकोट में 44 लोग संक्रमित हैं। बीते सप्ताह एक शादी समारोह हुआ। इसके बाद क्षेत्र में लगातार लोगों को बुखार और सर्दी की शिकायत होने लगी। चार दिन पूर्व ही गांव में 96 लोगों की जांच की गई। शनिवार को 44 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना तेजी से फैल रहा है। इसके लिए लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है। ख्वांकोट भी एक साथ 44 लोगों का संक्रमित पाया जाना गंभीर मसला है। जहां फिर से लोगों की जांच की जाएगी। सतर्कता और जागरूकता ही बचा सकती है। -डॉ एचसी पंत, सीएमओ, पिथौरागढ़

शेयर करें..

Post navigation

Previous: हर व्यक्ति को मुफ्त आइवरमैक्टीन की टेबलेट मुहैया कराएगी सरकार
Next: एफसीआई गोदाम के समीप लकड़ी टॉल बनाने का काम शुरू

Related Post

default featured image
  • पिथौरागढ़

मुनस्यारी की बंद सड़कें न खुलने से आक्रोशित युवाओं ने किया प्रदर्शन

RNS INDIA NEWS 03/10/2025
default featured image
  • पिथौरागढ़

डीडीहाट में नन्ही परी को इंसाफ दिलाने को विरोध-प्रदर्शन

RNS INDIA NEWS 20/09/2025
default featured image
  • पिथौरागढ़

झोड़ा -चांचरी के साथ नंदा महोत्सव का रंगारंग आगाज

RNS INDIA NEWS 19/09/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 05 अक्टूबर
  • मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति परीक्षा स्थगित
  • देवप्रयाग में पैदल मार्ग धंसने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ी
  • हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्तूबर को बंद होंगे
  • खुरपका-मुंहपका रोग से बचाव को वृहद टीकाकरण अभियान शुरु
  • जनोपयोगी कार्यों में धनराशि का प्रभावी उपयोग करें : डॉ. धन सिंह रावत

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.