
अल्मोड़ा। बेस अस्पताल परिसर स्थित बहुद्देश्यीय फार्मेसी संघ भवन में गुरुवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि विधायक मनोज तिवारी ने इस अवसर पर संघ भवन की छत के जीर्णोद्धार के लिए विधायक निधि से 8 लाख रुपये देने की घोषणा की। तिवारी ने अपने संबोधन में फार्मासिस्टों को स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बताया और कहा कि चिकित्सक विहीन ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में फार्मासिस्ट मरीजों को बड़ी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि संवर्ग को सीमित करने और अधिकारों का ह्रास करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि फार्मासिस्टों को दवा लिखने का अधिकार मिलना चाहिए और पदों पर नियुक्ति के लिए वह हरसंभव प्रयास करेंगे। संघ भवन में आयोजित विचार गोष्ठी में पूर्व महामंत्री सीएस महरा ने संवर्ग के सिकुड़ने पर चिंता जताई और फार्मेसी की स्थिति सुधारने की आवश्यकता पर बल दिया। कुमाऊं मंडल अध्यक्ष गजेंद्र पाठक ने जन स्वास्थ्य की सुरक्षा में फार्मासिस्टों की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला और फार्मेसी प्रेक्टिस रेग्युलेशन एक्ट लागू करने की मांग की। इस दौरान सेवानिवृत्त चीफ फार्मासिस्ट अशोक पांडे और आरएस भोज ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की शुरुआत जिला, बेस और महिला अस्पतालों में मरीजों को फल बांटकर हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष जेपीएस मनराल ने की और संचालन जिला मंत्री रजनीश जोशी तथा वरिष्ठ फार्मेसी अधिकारी जीएस कोरंगा ने संयुक्त रूप से किया। समारोह में पूर्व जिला फार्मेसी अधिकारी जीसी जोशी, सेवानिवृत्त चीफ फार्मासिस्ट हेम तिवारी, आरएस भोज, अशोक पांडे, केएस बिष्ट, सीएस महरा, प्रेमचंद्र, एचएस परिहार, डीएस बनौला और गजेंद्र पाठक को उत्कृष्ट सेवा के लिए शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर कैलाश चंद्र पपनै, आनंद पाटनी, माया पांडेय, डीपी जोशी, गोपाल सिंह, राखी राना, सुमन चम्याल, श्याम लाल, जितेंद्र देवड़ी, विनोद धपोला, हेम उपाध्याय, प्रीति ऐरी, भारती पांडे, रजत माहेश्वरी, पंकज टम्टा, दीक्षित टम्टा, महेश पुजारी, डीएन जोशी, जीआर आर्या, जगदीश जोशी, हरीश राम आर्या समेत अनेक फार्मेसी अधिकारी मौजूद रहे।