
नई दिल्ली (आरएनएस)। कोलकाता और आसपास के इलाकों में मंगलवार रात हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। भारी बारिश से शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। लगातार हुई बारिश से कई इलाकों में घरों तक पानी घुस गया और आम गतिविधियां ठप पड़ गईं। शहर की प्रमुख सड़कें जलमग्न होने से यातायात पूरी तरह बाधित रहा।
कोलकाता मेट्रो रेलवे की ब्लू लाइन पर महानायक उत्तम कुमार और रवींद्र सरोवर स्टेशनों के बीच पानी भर जाने से सेवाएं रोक दी गईं। प्रवक्ता के अनुसार शहीद खुदीराम से मैदान तक मेट्रो नहीं चल रही, जबकि दक्षिणेश्वर से मैदान तक सीमित सेवा जारी है।
पूर्वी रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, सीलदह दक्षिण खंड में ट्रैक पर पानी भरने से ट्रेनें बंद हैं। सीलदह उत्तर और मुख्य खंडों में नाममात्र सेवाएं चल रही हैं। हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल से ट्रेनों पर भी असर पड़ा है। चितपुर यार्ड में जलभराव के चलते सर्कुलर रेलवे लाइन पर परिचालन रुका हुआ है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में और भारी बारिश हो सकती है। शहर के गारिया कमदहारी में 332 मिमी, जोधपुर पार्क में 285 मिमी और कालीघाट में 280 मिमी बारिश दर्ज की गई।
कोलकाता नगर निगम के अनुसार, टॉप्सिया में 275 मिमी, बल्लीगंज में 264 मिमी और थानटानिया में 195 मिमी बारिश दर्ज हुई। जलभराव से दफ्तर जाने वालों को भारी दिक्कत हुई और कई स्कूलों ने छुट्टी की घोषणा कर दी। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार तक पुरबा और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम और बांकुरा में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दबाव क्षेत्र बनने की आशंका है, जिससे बारिश का दौर लंबा खिंच सकता है।