
अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने राज्य की अब तक की सरकारों पर उत्तराखंड विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मसूरी में 142 एकड़ भूमि को सरकार ने बाबा रामदेव को कौड़ियों के भाव सौंप दिया, जबकि उस भूमि पर 23 करोड़ रुपये सरकारी धन खर्च हुआ था। मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में पीसी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड के गठन के बाद से कांग्रेस और भाजपा की सरकारों ने राज्य की अवधारणा को ही समाप्त कर दिया है। इन सरकारों की नीतियां आम जनता की बजाय पूंजीपतियों, कॉरपोरेट्स, खनन और शराब कारोबारियों के हित में रही हैं। उन्होंने कहा कि जोशीमठ, धराली, थराली, पौसारी और चमोली जैसी आपदाएं गलत नीतियों का परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार लगातार बदहाल होते जा रहे हैं। क्लस्टर विद्यालय योजना के नाम पर शिक्षकों और भोजन माताओं के पद समाप्त कर युवाओं को बेरोजगार किया जा रहा है और स्कूलों की जमीन बड़े उद्योगपतियों को सौंपने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। पीसी तिवारी ने कहा कि गलत नीतियों के कारण जनता परेशान है और इसी से हाकम सिंह जैसी प्रवृत्तियां जन्म ले रही हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर बेहतर उत्तराखंड के लिए संघर्ष करें। तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी पिछले 15 वर्षों से राज्य की अस्मिता और पृथक राज्य की अवधारणा को बचाने की लड़ाई लड़ रही है और आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर नरेश नौडियाल, नारायण राम, शाकिब, अमीनुल रहमान और किरन आर्या मौजूद रहे।