पश्चिम बंगाल हिंसा के विरोध में विहिप का प्रदर्शन, राष्ट्रपति शासन की मांग

अल्मोड़ा। पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के विरोध में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने चौघानपाटा में प्रदर्शन कर राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। विहिप कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विरोध में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा, जिसमें हिंसा की जांच एनआईए से कराने की मांग की गई। विहिप नेताओं का कहना था कि वक्फ बोर्ड केवल एक बहाना है, जबकि असली निशाना हिंदू समाज है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार के शासनकाल में हिंदुओं की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है और राज्य का प्रशासन पूरी तरह निष्क्रिय हो चुका है। विहिप जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह नयाल ने कहा कि मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा अब पूरे राज्य में फैल चुकी है और हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रविरोधी और हिंदू विरोधी तत्व खुलेआम हत्याएं कर रहे हैं, जिससे हिंदू समाज को पलायन जैसी गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शन में विजय सिंह, गोविंद सिंह पिलख्वाल, भीमा पंवार, मनोज तिवारी, कमल बिष्ट, नवीन बिष्ट, आनंद सिंह कनवाल, राजेंद्र सिंह, मोहन सिंह भंडारी, शुभम चौहान और राहुल कनवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।