
विकासनगर(आरएनएस)। बैसाखी पर्व संक्रांति के दिन से महासू धाम हनोल की पवित्र यात्रा प्रारंभ हो गई। रविवार सुबह से मंदिर में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। दिनभर देव दर्शन के लिए लम्बी कतार लगी रही। श्रद्धालुओं को देव दर्शन कराने के लिए मंदिर समिति के कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बैसाखी पर्व से एक दिन पहले शनिवार को ही दूर-दराज से श्रद्धालु महासू महाराज के दर्शन करने मन्दिर पहुंच गए थे। महिला श्रद्धालु बड़ी तादाद में पहुंची थी। रात्रि लंगर हाल में भंडारे की व्यवस्था करने में भी मंदिर समिति कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। देर रात एक बजे तक श्रद्धालु भंडारे में भोजन ग्रहण करते रहे। रविवार तड़के चार बजे से से ही देव दर्शन के लिए श्रद्धालु कतार में लगने से शुरू हो गए थे। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना पुलिस की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए गए थे, जिससे पहले ही दिन मंदिर में अव्यवस्था फैल गई। यमुनानगर-हरियाणा के एक श्रद्धालु की ओर से दिन-रात का भंडारा लगाया गया। थाना पुलिस की निष्क्रियता से हनोल-ठडियार रोड, त्यूणी-मोरी-पुरोला रोड पर दिनभर जाम लगता रहा। श्रद्धालुओं ने भी स्थानीय प्रशासन और पुलिस की लापरवाही पर नाराजगी जताई। बजीर दीवान सिंह राणा ने कहा कि यात्रा सीजन के बैसाख, जेठ, आषाढ़ मास में प्रशासन को यात्रियों, श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए पुलिस बल तैनात करना चाहिए, जिससे मंदिर परिसर और मार्गों पर अव्यवस्थाओं से यात्रियों को निजात मिल सके।






