वनदेवी जन जागरूकता यात्रा का सिमली और चमोला में स्वागत
चमोली(आरएनएस)। वनों में आग को रोकने और पर्यावरण संवर्द्धन को लेकर वन विभाग की ओर से आयोजित वनदेवी जनजागरण यात्रा का सोमवार को सिमली और चमोला गांव में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान लोगों से वनों की सुरक्षा करने की अपील की गई। अलकनंदा वन प्रभाग की डीएफओ प्रियंका ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है। अधिकांश देवी-देवताओं का वास गांवों के आसपास के जंगलों में रहता है। वनों में आग लगने से पशु-पक्षी और मंदिरों को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने समस्त जनता को वनों की सुरक्षा और पर्यावरण संवर्द्धन की शपथ दिलाई। वन सरपंच एसोसिएशन चमोली के जिलाध्यक्ष कैलाश खंडूड़ी ने वनों की सुरक्षा को आस्था से जोड़ते हुए वन विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा की। वन क्षेत्राधिकारी आरके निराला ने कहा कि अब तक वन देवी डोली पांच दिनों में जनपद के लगभग 30 गांवों का भ्रमण कर चुकी है। गढ़कला प्रयास संगम पौड़ी के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक नया सवेरा और लोकगीत तथा सामूहिक गीतों से अपना आंख्यूं तैं ना झुकाया, मनखी तैं बतावा, वनों तैं बढ़ावा…, से लोगों को जागरूक किया। मौके पर लखपत सगोई, कल्पना नेगी, माहेश्वरी देवी, उर्मिला देवी, अंजू लडोला, अंजू नेगी, दयाल सिंह, गजेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, गोपाल पुंडीर, प्रमोद कुमार, अरमान कोहली, दिनेश रोधियाल, मोहन बिष्ट आदि थे।