एनएच विस्तारीकरण में भूमिधरों को जल्द मिलेगा मुआवजा

पौड़ी(आरएनएस)। एनएच -119 के विस्तारीकरण के तहत प्रभावितों और भूमिधरों के मुआवजे को लेकर डीएम डॉ आशीष चौहान ने गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक लेते हुए इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। डीएम ने संबंधित एसडीएम को निर्देश दिए कि प्रभावितों को दिए जाने वाले मुआवजा को प्राथमिकता के आधार पर भुगतान किया जाए। एनएच की इस बैठक में डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-119 के अंतर्गत दो फेज में विस्तारीकरण के कार्य से प्रभावित कुल 6730 भूमिधरों को मुआवजे का वितरण किया जाना है। जिसमें पहले फेज में गुमखाल-सतपुली के अन्तर्गत कुल 3201 प्रभावितों जबकि दूसरे फेज में पैडुल-श्रीनगर के बीच में 3529 भूमिधरों को मुआवजे का वितरण किया जाएगा। बताया कि कोटद्वार बाईपास के तहत 5058 भूमिधरों में से 4969 भूमिधरों को मुआवजा दिया जाना शेष रह गया है। संबंधित उप-जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि मिशन मोड़ पर काम करते हुए सभी भूमिधरों को मुआवजा वितरण किए जाने के लिए पत्रावली तैयार की जाए। गुमखाल-सतपुली के बीच में मग डम्पिग जोन के लिए भूमि चयन को लेकर डीएम एसडीएम और एनएच अफसरों को निर्देश दिए कि डम्पिग जोन के लिए भूमि भूमि चयन करते हुए प्राथमिकता से रिपोर्ट दी जाए।
एनएच के अन्तर्गत जल संस्थान व विद्युत विभाग की परिसम्पतियों को शिफ्ट किए जाने के लिए डीएम ने एसडीएम सतपुली, जल संस्थान व विद्युत विभाग के अफसरों की बैठक कर शिफ्टिंग की कार्यवाही करने को कहा। एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विस्तारीकरण के कार्यों के तहत छपान व कटान के बाद लॉग को सड़क से प्राथमिकता के आधार पर उठाया जाए ताकि यातायात में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। प्रतिकर वितरण के लिए भूमिधरों को अभिलेख के रुप में बैंक खाता नंबर , आईएफएस कोड के विवरण से युक्त बैंक पासबुक की स्वप्रमाणित कॉपी, पेन व आधार कार्ड की स्वप्रमाणित कॉपी , भूमिधर द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र की मूल प्रति, अर्जित की गई भूमि का विवरण प्रमाण पत्र, सीसी फार्म जिसमें काश्तकार की फोटो एवं रसीद टिकट पर हस्ताक्षर कराकर संबंधित पटवारी के सत्यापन के साथ देना होगा। इसके साथ ही भूमि की हाल खतौनी भी देनी होगी। इस बैठक में एडीएम अनिल गर्ब्याल, एसडीओ आईशा बिष्ट के एसडीएम कोटद्वार सोहन सैनी, पौड़ी दीपक रामचंद्र शेट व एनएच अफसर वीसी के माध्यम से मौजूद रहे।