Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • रुद्रप्रयाग
  • केदारनाथ धाम में अनावश्यक ढोल एवं अन्य वाद्य यंत्रों के साथ ही आतिशबाजी पर रोक लगाने की मांग
  • रुद्रप्रयाग

केदारनाथ धाम में अनावश्यक ढोल एवं अन्य वाद्य यंत्रों के साथ ही आतिशबाजी पर रोक लगाने की मांग

RNS INDIA NEWS 24/10/2024
kedarnath temple

रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। केदारनाथ की संवेदनशीलता के साथ ही यहां की धार्मिक मर्यादा को ध्यान में रखते हुए केदारसभा ने धाम में अनावश्यक ढोल एवं अन्य वाद्य यंत्रों के साथ ही आतिशबाजी पर रोक लगाने की मांग की है।  इस बावत केदारसभा ने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष को ज्ञापन दिया है।   बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय को दिए ज्ञापन में केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, महामंत्री अंकित सेमवाल ने कहा कि केदारनाथ धाम में आए दिन यहां की धार्मिक मान्यता को प्रभावित करने के कार्य किए जाते रहे हैं।  धाम में अनावश्यक ढोल वादन, वाद्य यंत्रों व ध्वनियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए।  उन्होंने कहा दीपावली के मौके पर भी केदारनाथ धाम में दीपक जलाएं किंतु आतिशबाजी से इस पवित्र स्थल में प्रदूषण बढ़ेगा जो हिमालय के काफी घातक होगा।
केदारसभा के पदाधिकारियों ने कहा पुराणों में केदारनाथ धाम के महत्व को लेकर कहा गया है कि यह स्थान विशाल हिमखंडों एवं ग्लेशियरों एवं दलदल भूमि के बीच है।  यहां के धार्मिक और वैज्ञानिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए अनावश्यक वाद्य यंत्रों की आवाज एवं दीपावली पर आतिशबाजी पर रोक लगाई जानी चाहिए।  उन्होंने कहा केदारसभा की इस जायज मांग पर बदरी-केदार अपने स्तर से सकारात्मक कार्यवाही करेगी।

तीन नवंबर को बंद होंगे केदारनाथ के कपाट:
बता दें इस वर्ष की चारधाम यात्रा के बस कुछ ही दिन बचे हैं।  इस वर्ष भी केदारनाथ मंदिर के कपाट पूर्व परंपरा के अनुसार शीतकाल के लिए तीन नवंबर को भाईदूज के दिन सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर बंद किए जाएंगे।  17 नवंबर को मिथुन लग्न में रात नौ बजकर सात मिनट पर पूरे विधि-विधान से भगवान बदरी विशाल मंदिर के कपाट भी बंद कर दिये जाएंगे।  गंगोत्री मंदिर के कपाट आगामी 2 नवंबर को अन्नकूट पर्व पर बंद हो जाएंगे और यमुनोत्री मंदिर के कपाट भाईदूज के पर्व आगामी 3 नवंबर को बंद होंगे।  भगवान मदमहेश्वर के कपाट भी 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जल जीवन मिशन की समीक्षा की
Next: राशिफल 25 अक्टूबर

Related Post

default featured image
  • रुद्रप्रयाग

ऊखीमठ में मद्महेश्वर मेला 20 नवंबर से

RNS INDIA NEWS 10/10/2025
default featured image
  • रुद्रप्रयाग

केदारघाटी के रविग्राम में मां अनुसूया ने दिया आशीर्वाद

RNS INDIA NEWS 10/10/2025
default featured image
  • रुद्रप्रयाग

प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी ने किए बाबा केदार के दर्शन

RNS INDIA NEWS 10/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • कौसानी के अनासक्ति आश्रम में राष्ट्रीय विचार शिविर शुरू
  • तिमली-पिपुड़ा पुल के पास कार खाई में गिरी, चार घायल
  • अल्मोड़ा साहित्य महोत्सव में ‘भारतीय संविधान के 75 वर्ष’ विषय पर विशेष सत्र आयोजित
  • कार से आधे कुंतल से अधिक गांजा बरामद, तस्कर फरार
  • उत्तराखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, पांच जिलों के डीएम बदले, अंशुल सिंह को अल्मोड़ा जिलाधिकारी की जिम्मेदारी
  • राशिफल 12 अक्टूबर

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.