गंगनहर से दृष्टिहीन ममता का शव बरामद
हरिद्वार(आरएनएस)। गला दबाकर मौत के घाट उतारी गई दृष्टिहीन महिला ममता का शव शनिवार को मंगलौर क्षेत्र में गंगनहर से बरामद कर लिया गया। इधर, दोहरे हत्याकांड के मास्टर माइंड एएसआई छुन्ना सिंह और उसके दो साथियों को झबरेड़ा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बीते शुक्रवार को हरिद्वार पुलिस ने सिडकुल से सटे गांव रोशनाबाद निवासी दृष्टिहीन महिला ममता और उसके नाबालिग पुत्र नरेंद्र उर्फ राजा की हत्या कर शव फेंकने के मामले से पर्दा उठाया था। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने जानकारी दी थी कि झबरेड़ा क्षेत्र के अकबपुर झोझा मार्ग पर नाले में एक किशोर का शव मिला था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। प्रारंभिक जांच में मृतक की जेब से एक टेलर का विजीटिंग कार्ड मिला था। उसी के सहारे किशोर की पहचान हो सकी थी। गांव रोशनाबाद में रह रहे मां-बेटे के आठ तारीख को अपना घर बेचकर जाने की बात सामने आई थी। उनके साथ एक पुलिसकर्मी की मौजूदगी भी प्रकाश में आई थी। एसएसपी ने बताया था कि पुलिस लाइन में तैनात सशस्त्र पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक छुन्ना सिंह पुत्र भोलानाथ, निवासी ग्राम राठा पोस्ट मसूदपुर थाना अछला जिला औरेया यूपी हाल निवासी निवासी हनुमान नगर गली नंबर दो थाना ऐत्माददौला आगरा जनपद आगरा यूपी ने अपने साथी शहजाद पुत्र शराफत निवासी ग्राम अकबरपुर झौझा थाना झबरेड़ा और उसके दोस्त विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी सराय ज्वालापुर के साथ मिलकर मां-बेटे की चलती कार में हत्या कर दी थी। बेटे का शव झबरेड़ा क्षेत्र में नाले में फेंक दिया गया था, जबकि मां का शव मंगलौर के लिब्बरहेड़ी नहर पटरी से गंगनहर में फेंक दिया था। मकान बेचकर मिली बीस लाख की रकम के लालच में ही मां-बेटे की हत्या की गई थी। एसओ झबरेड़ा अंकुर शर्मा ने बताया कि शनिवार को लिब्बरहेड़ी नहर पटरी पर पहुंचकर गंगनहर से मां का शव बरामद कर लिया गया है, जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। दोहरे हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता एएसआई छुन्ना सिंह को एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। आरोपी एएसआई पुलिस लाइन में तैनात था और पूर्व में यातायात पुलिस में भी सेवाएं दे चुका है।