
नई टिहरी(आरएनएस)। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत देवप्रयाग के निकट बनने वाले रेलवे स्टेशन का नाम सिराला रखे जाने का विरोध किया है। क्षेत्रवासियों के लोगों ने कहा कि रेलवे स्टेशन सिराला नाम का कोई औचित्य नहीं है। देवप्रयाग नगर पालिका के निवर्तमान अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल के नेतृत्व में क्षेत्रीय जनता ने देवप्रयाग के निकट बन रहे रेलवे स्टेशन का नाम सिराला रखे जाने का विरोध करते हुये रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र भेजा है। पत्र में नगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत बन रहे रेलवे स्टेशन का नाम देवप्रयाग रखे जाने का अनुरोध किया है। ऋषिकेश कर्णप्रयाग निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन से सिराला गांव की दूरी 12 किमी. है, गांव के नाम से स्टेशन का नाम रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है। नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड संख्या 4 में बनाने वाले इस रेलवे स्टेशन का नाम देवप्रयाग ही रखे जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देवप्रयाग भारत के 108 दिव्य क्षेत्र में गिने जाने वाला प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। भगवान राम की तपस्थली रहे इस तीर्थ में भागीरथी और अलकनंदा नदी का संगम कर विश्व विख्यात है,यहीं से गंगा नाम धारण करती है। रेलवे मंत्री से तीर्थ एवं क्षेत्रवासियों की जनभावनाओं के मध्यनजर स्टेशन का नाम सिराला से बदल कर देवप्रयाग किये जाने का अनुरोध किया है।