Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • देहरादून
  • रामभक्त टोली प्रमुखों को सौंपे आयोध्या से लाए गए अक्षत कलश
  • देहरादून

रामभक्त टोली प्रमुखों को सौंपे आयोध्या से लाए गए अक्षत कलश

RNS INDIA NEWS 25/12/2023
default featured image

ऋषिकेश(आरएनएस)। त्रिवेणी घाट पर आयोजित पूजन के बाद अक्षत‌ कलश पूरे जिले के राम भक्त टोली प्रमुखों को सौंपे गए। यह टोलियां इन अक्षत कलशों को 27 जनवरी को गांव और मोहल्लों के मंदिरों में स्थापित करेंगी। इसके बाद 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गली मोहल्लों के मंदिरों में राम भक्त एकत्रित होकर हनुमान चालीसा, भजन और शंख ध्वनि, घंटे घड़ियाल बजाने के साथ भगवान की आरती करेंगे। इसके साथ ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप किया जाएगा।  सोमवार को त्रिवेणी घाट पर आयोजित स्वामी नारायण आश्रम के स्वामी भगत की अध्यक्षता में आयोध्या से लाए गए अक्षत कलशों का पूजन किया गया। इसके बाद इन अक्षत कलश को राम भक्त टोली प्रमुखों को सौंपा गया। मुख्य वक्ता प्राचीन सिद्धपीठ हनुमान मंदिर मायाकुंड के पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी रामेश्वर दास ने कहा कि हिंदू समाज पिछले 500 वर्षों से राम मंदिर के निर्माण के लिए संघर्ष कर रहा था। इस सपने को आज अपने सामने हिंदू समाज बनता हुआ‌‌ देख रहा है, यह हिंदू समाज के लिए गर्व का विषय है। अब काशी विश्वनाथ और श्रीकृष्ण का मंदिर भी बनेगा, जिसकी प्रक्रिया जारी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक नितिन कुमार ने कहा कि ऋषिकेश जिले के छह राम भक्त टोली प्रमुख डोईवाला, मुनिकीरेती, ऋषिकेश, श्यामपुर, नीलकंठ, ढालवाला को अक्षत कलश सौंपे गए हैं। इन्हें 27 दिसंबर को गली मोहल्ले के मंदिरों में स्थापित किया जाएगा। एक जनवरी से अक्षत को घर घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके बाद 22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विभिन्न जगहों पर स्थित मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। इनमें भजन कीर्तन, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, श्रीराम मंत्र जाप आदि होगा। दीए जलाएंगे जाएंगे। इसके साथ ही लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित किए जाने‌ वाले सीधे प्रसारण को भी देखेंगे। ऋषिकेश टोली के प्रमुख दीपक तायल ने कहा कि 22 जनवरी को सूर्यास्त के बाद लोग अपने घरों के मंदिरों में पांच दीपक अवश्य जलाएं। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक नितिन कुमार, हिंदू जागरण के जिला अध्यक्ष राजेंद्र पांडे, उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, स्वामी नारायण आश्रम के स्वामी भगत, भाजपा जिलाध्यक्ष रविंद्र राणा, विश्व हिन्दू परिषद की जिलाध्यक्ष राधा जैन, स्वामी अच्युतानंद, भगवान त्यागी, सुरेंद्र नेगी, दिनेश सेमल्टी, भारत भूषण‌‌ कुन्दनानी, गुरु प्रसाद उनियाल,‌ सह‌‌ संयोजक नीरज सहरावत, मनमोहन त्यागी, दीपक धमीजा, श्याम बिहारी आदि उपस्थित रहे।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: मुनस्यारी, बागेश्वर की टीमें महिला फुटबॉल के सेमीफाइनल में
Next: पुरोला में टौंस वन प्रभाग के जंगलों में भीषण आग

Related Post

default featured image
  • देहरादून

हरबर्टपुर में जाम ने बढ़ाई लोगों की परेशानी

RNS INDIA NEWS 05/10/2025
default featured image
  • देहरादून

भारी वर्षा की सम्भावना को देखते हुए उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ट्रेकिंग पर रोक

RNS INDIA NEWS 05/10/2025
default featured image
  • देहरादून

शिक्षा में त्रिस्तरीय कैडर के लिए शिक्षकों के सुझावों को भी किया जाए शामिल

RNS INDIA NEWS 05/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • नगर निगम ने बाजार में अभियान चलाकर हटाया अतिक्रमण
  • हरबर्टपुर में जाम ने बढ़ाई लोगों की परेशानी
  • चेक बाउंस के दो मामलों में व्यापारी को एक साल का कारावास
  • भारी वर्षा की सम्भावना को देखते हुए उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ट्रेकिंग पर रोक
  • शिक्षा में त्रिस्तरीय कैडर के लिए शिक्षकों के सुझावों को भी किया जाए शामिल
  • डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने अवशेष एरियर मांगा

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.