शेयर में पैसा गंवाया, कर्ज से उबरने को नशा अपनाया

हल्द्वानी। स्मैक की भारी खेप के साथ नैनीताल पुलिस की गिरफ्त में आए पुलिसकर्मी और एमसीए के छात्र ने शेयर मार्केट में पैसे डूबने पर नशे की तस्करी में आने की बात कही है। पुलिस पूछताछ में यूपी पुलिस के जवान रविन्द्र सिंह ने बताया कि वह वर्ष 2021 में भर्ती हुआ था। इसके बाद उसने करीब 14 लाख का निजी लोन लिया था। इसमें से उसने कुछ पैसे शेयर मार्केट में लगा दिए थे, जो डूब गए। उधर, अर्जुन पांडेय ने बताया कि उसने अपनी बहन की शादी के लिए 50 हजार रुपये का लोन लिया था। उसने कुछ पैसा शेयर मार्केट में भी लगा दिया था, जो डूब गया। कर्ज में डूबकर पैसा चुकाने के लिए उन्होंने शार्टकट तरीका खोजा तो स्मैक तस्करी में उन्हें आसान लगा। वे लोग जल्द अधिक पैसे कमाने की लालच में स्मैक तस्करी में शामिल हो गए। गुरुवार रात हल्द्वानी आते समय पकड़े गए। वहीं तीसरा आरोपी मोरपाल जो बीडीएस का छात्र है, वह पूर्व से ही स्मैक की तस्करी में संलिप्त बताया जा रहा है। हालांकि अभी पुलिस को उसका आपराधिक इतिहास नहीं मिल सका है।

रामनगर की बाइक पर शक: करीब एक करोड़ के स्मैक के साथ पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से जो बाइक बरामद हुई वह शक के दायरे में है। पकड़े गए तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, लेकिन उनके पास जो बाइक बरामद हुई है, वह रामनगर आरटीओ में रजिस्टर्ड है। यह बाइक आरोपियों के पास कहां से आई, पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई है। पकड़ी बाइक महिला के नाम से रजिस्टर्ड बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी लोकल में स्मैक बेचने के लिए इस बाइक का सहारा ले रहे थे।

पुलिस को देख रपट गई बाइक:  बीते गुरुवार रात पुलिस पर सुभाष नगर बैरियर पर वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी बीच एक बाइक में सवार तीन युवक पुलिस को देखकर बैरियर से करीब 30 से 40 मीटर दूरी पर खड़े हो गए। कुछ देर बाद जब एक ट्रक वहां से निकलने लगा तो वे लोग उसी के सहारे बैरियर पार करने के फिराक में थे। संदेह होने पर पुलिस बाइक सवारों को रोकना चाहा तो वह भागने की कोशिश करने लगे तो बैरियर पर टकराकर गिर गए।